बहराइच कौड़ियाला नदी नाव हादसा : पीड़ितों से मिले मुख्यमंत्री योगी, पुनर्वास और मुआवजे का दिया आश्वासन
बहराइच। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को बहराइच जिले का दौरा किया और हाल ही में कौड़ियाला नदी में नाव पलटने से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। इस दुःखद हादसे में एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि आठ लोग लापता हो गए थे।
मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव सरकारी मदद का आश्वासन दिया, साथ ही उनके लिए पुनर्वास, आवास और मुआवजे की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर करीब 2:50 बजे मिहींपुरवा तहसील पहुंचे। यहां उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से रेस्क्यू ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी ली और नाव दुर्घटना स्थल का हवाई सर्वेक्षण भी किया।
पीड़ित परिवारों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें सांत्वना दी और एक बड़ी राहत की घोषणा की। उन्होंने कहा, "गांववालों के पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी। एक कॉलोनी बनाकर दी जाएगी। इनके लिए सभी प्रकार की सुविधाएं और बाजार उपलब्ध होंगे। इसके लिए जमीन लेकर इनके रहने की व्यवस्था की जाएगी।"

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि नाव हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए जमीन, राशि और आवास की सुविधा उपलब्ध कराने की प्रक्रिया अगले एक महीने में पूरी करने की तैयारी है। उन्होंने कहा, "जिन्होंने नाव हादसे में जान गंवाई है, उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदना है। उनकी दुःख की इस घड़ी में हम परिवार के साथ में हैं। उनकी सारी मदद सरकार करेगी।"
मुख्यमंत्री योगी ने इस दौरान वन्य ग्रामों में रह रहे लोगों की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, "अगर वन्य गांव या कोई ऐसी जगह है, जहां लोग घने जंगलों में रहने को मजबूर हैं। उन्हें वहां से विस्थापित कर सुरक्षित जगह पर रहने की व्यवस्था करेंगे। जिससे आनी वाली पीढ़ियां अपना सुरक्षित जीवन यापन कर सकेंगी।"
उन्होंने यह कहते हुए पीड़ित परिवारों के साथ खड़े रहने का विश्वास दिलाया कि "इस दुख की घड़ी में सरकार और जनप्रतिनिधि पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं।" मुख्यमंत्री ने अपने दौरे से ठीक पहले एक ट्वीट भी किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था: "बहराइच में पिछले दिनों हुई हृदय विदारक नाव दुर्घटना में प्रभावित लोगों के परिजनों से आज भेंट कर उनके दुख में सहभागी बनूंगा।
साथ ही, क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण भी करूंगा। 25 करोड़ प्रदेशवासियों की सेवा और सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यूपी सरकार हर पीड़ित परिवार की हर संभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध है।"
