UP: मैलानी–नानपारा रेल खंड आज से दौड़ेगी ट्रेनें, यात्रियों को फिर मिलेगा सस्ता सफर
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। चार महीने से बंद पड़ा मैलानी–नानपारा रेलखंड आखिरकार फिर पटरी पर लौटने को तैयार है। रविवार को इस रूट पर रेलवे इंजीनियरिंग टीम ने सफल ट्रायल किया, जिसके बाद मंगलवार से नियमित ट्रेन संचालन शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली है। मंगलवार सुबह से यात्रियों को फिर से सस्ता और सुहाना रेल सफर नसीब होगा।
रेल प्रशासन के मुताबिक बरसात के दौरान 29 जून को अतरिया रेलवे क्रॉसिंग के पास ट्रैक के नीचे से पानी रिसने लगा था। सुरक्षा कारणों से रेलवे ने तत्काल मैलानी से नानपारा के बीच सभी ट्रेनों का संचालन रोक दिया था। चार माह से ट्रेनें बंद होने से भीरा, पलिया, बेलरायां और तिकुनिया से लेकर नानपारा तक जाने वालों को तमाम दिक्कतें हो रही थी। गंतव्य तक जाने में प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ता था।
नानपारा तक सीधा साधन न होने से बार-बार वाहन बदलने पड़ते थे। ऐसे में तमाम असुविधाएं होती थी, जबकि सीधी ट्रेन सेवा होने से कम किराए में लोग आराम से गंतव्य तक पहुंच जाते थे। लंबे समय से बंद पड़ी इस लाइन की मरम्मत और मजबूती का काम पूरा होने के बाद रविवार को इंजीनियरिंग टीम ने डीजल इंजन से मैलानी से नानपारा तक ट्रायल रन किया। निरीक्षण में ट्रैक, सिग्नल और प्वाइंट सिस्टम पूरी तरह दुरुस्त पाए गए। मंगलवार को ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा।
ट्रेन बंद होने से भीरा, पलिया, बेलरायां, तिकुनिया से नानपारा तक यात्रियों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही थीं। लोगों को प्राइवेट गाड़ियों पर निर्भर रहना पड़ा, जिससे यात्रा महंगी और थकाऊ हो गई थी। स्थानीय यात्रियों, व्यापारियों और दैनिक यात्रियों में ट्रेन सेवा बहाली की खबर से खुशी की लहर दौड़ गई है। कई लोगों ने स्टेशन जाकर ट्रेन संचालन दोबारा शुरू होने पर रेलवे का आभार जता रहे हैं।
नानपारा में खड़ा था रैक
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक संचालन सोमवार से ही शुरू हो जाता, लेकिन इसमें रैक का ग्रहण लगा था। अतरिया के पास रेलवे ट्रैक के नीचे से पानी रिसने से जो ट्रेन नानपारा गई थी वह वहीं पर खड़ी करा दी गई थी। अब रविवार को ट्रायल सफल होने पर सोमवार को नानपारा से पहले रैक मैलानी आएगा, जिसके बाद मंगलवार से ट्रेन संचालन शुरू होगा।
जानिए क्या बोले व्यापारी
सामाजिक कार्यकर्ता रमाशंकर पांडेय ने बताया कि क्षेत्र के लोगों का ट्रेन से जहां 10 रुपये में सफर हो जाता था, वहीं बस से अगर जाया जाए तो 100 रुपये खर्च होते थे। अब ट्रेन शुरू होने से राहत मिलेगी। व्यापार को भी गति मिलेगी। व्यापारी विनय जायसवाल ने बताया कि ट्रेनों का संचालन बंद होने से यात्रियों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती थीं। जरूरी काम हो तो अपने वाहन से जाते थे। मिहीपुरवा, नानपारा की तरफ जाने के लिए कोई साधन भी नहीं था। व्यापार मंडल अध्यक्ष नगर बेलरायां तुषार लाहिड़ी का कहना है कि बसों की तुलना में ट्रेन यात्रा सस्ती है। अब फिर से समय और रुपयों की बचत होगी। वहीं ट्रेनों का आवागमन बंद होने से व्यापार चौपट हो गया था, जिसे गति मिलेगी।
