'सिर पर मुकुट, रत्न जड़ित पोषाक' ...श्रद्धालुओं के लिए खुल गए कपाट, राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में लगी कतार
अयोध्या, अमृत विचार। राम मंदिर के शिखर पर मंगलवार को धर्म ध्वजा फहराए जाने के बाद से रामनगरी पूरी तरह राममय हो गई। बंदिशें हटी तो रामलला के दर्शन के लिए बुधवार सुबह से ही श्रद्धालु उमड़ पड़े। राम मंदिर में विराजमान श्री रामलला का सुबह विशेष श्रृंगार किया गया। सरयू जल से अभिषेक के बाद उन्हें रत्न जड़ित हरे रंग का पोषाक पहनाया गया व सिर पर सोने का मुकुट धारण कराया गया।
श्रीराम मंदिर में बुधवार सुबह छह बजे विशेष आरती पूजन के बाद श्रद्धालुओं के लिए कपाट खुल गए। ठिठुरन के बाद भी मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। उन्होंने धैर्य के साथ कतारबद्ध होकर रामलला का दर्शन-पूजन किया। मंदिर की भव्य सजावट और वास्तुकला को देखकर मंत्र मुग्ध हो गए। मंदिर के शिखर पर लहरा रही धर्म ध्वजा को देखने का विशेष उत्साह दिखा।
रामपथ और भक्ति पथ पर फूलों की सजावट और रंग-बिरंगी लाइटें अभी भी लगी हुई हैं, जिससे पूरी रामनगरी दुल्हन की तरह सजी दिख रही है। जगह-जगह लोग सेल्फी और फोटो खींच कर इस दृश्य को कैमरे में कैद करते दिखे। हनुमानगढ़ी मंदिर में भी सुबह से ही भारी भीड़ रही। कनक भवन, रंग महल और दशरथ महल जैसे अन्य मंदिरों में भी यही हाल रहा। चतुर्दिक राम नाम का जयघोष पूरे शहर को भक्ति रस में डुबोता रहा।
1.50 लाख श्रद्धालुओं ने किए रामलला के दर्शन
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि बुधवार सुबह श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ रही। इसके चलते पहले से ही निर्धारित समय से एक घंटे पहले सुबह छह बजे ही दर्शन के लिए मंदिर का पट खोल दिये गये। यह व्यवस्था सिर्फ एक दिन के लिए लागू की गई। इसके बाद पूरा दिन दर्शन पूजन चला। रात्रि नौ बजे प्रवेश बंद कर दिया गया। बताया कि इस दौरान लगभग 1.50 लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए।
दर्शनार्थियों को ट्रस्ट ने दिए विशेष प्रसाद का किट
-राम मंदिर में मंगलवार को ध्वजारोहण का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं को विशेष वितरित किया। जिसमें एक झोले में लडडू, विभिन्न प्रकार के ड्राई फ्रूट से बनी पपड़ी, बिस्किट, चिप्स व पानी की बोतल रखी थी। जिस पाकर श्रद्धालु गदगद दिखे।
बंदिशें हटी, खुला हाईवे, रामपथ पर चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक
-धर्म ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री समेत अन्य विशिष्ट अतिथियों के आगमन के चलते शहर में कड़ी बंदिशें लगाई गई थी। प्रशासन ने बुधवार को कई बंदिशें हटा दी। लखनऊ-गोरखपुर हाईवे को खोल दिया गया है। अब चार पहिया वाहनों को भी हाईवे से शहर में प्रवेश की अनुमति है, हालांकि रामपथ और भक्ति पथ पर अभी भी चार पहिया वाहनों का प्रवेश वर्जित है। इन मार्गों पर बैरिकेडिंग लगी हुई है और केवल दो पहिया वाहन व पैदल श्रद्धालु ही जा सकते हैं। पुलिस बल की भारी तैनाती है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है और हर चौक-चौराहे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं।
शान से लहरा रहा धर्म ध्वजा, मोदी व योगी का जताया आभार
अयोध्या, अमृत विचार। रामलला का भव्य मंदिर और उस पर लहराती धर्म ध्वजा अब अयोध्या की नई पहचान बन गई है। श्रद्धालुओं का कहना है कि पांच सदी के लंबे इंतजार के बाद जो सपना पूरा हुआ है, उसकी खुशी में आज पूरा देश राममय हो गया है।
धर्म ध्वजा से और भव्य व दिव्य हो गया राम मंदिर
-दक्षिण भारत से आए नरसिंह यादव ने कहा कि धर्म ध्वजारोहण के बाद अब राम मंदिर और भव्य व दिव्य हो गया है। मोदी व योगी आभार जताते हुए कहा कि अयोध्या में बहुत ही अच्छी सुविधा दी गई। राम मंदिर में दर्शन करने के लिए भी व्यापक व्यवस्थाएं हैं कोई भी परेशानी नहीं होती है।
धर्म ध्वजा को सजीव देखना मन को भा गया
-श्रद्धालु शकुंतला यादव ने कहा कि पहली बार दर्शन करने के लिए आए हैं। भगवान रामलला का दर्शन प्राप्त कर जीवन सफल हो गया। दर्शन करने के बाद हम लोगों को यहां प्रसाद भी दिया गया। राम मंदिर में बहुत ही अच्छी व्यवस्था है। कहा कि मंदिर पर लहरा रही धर्म ध्वजा को सजीव देखना मन को भा गया।
अयोध्या में चारों ओर जय श्रीराम है
-श्रद्धालु उमाशंकर कुशवाहा ने कहा कि बहुत भव्य व दिव्य है राम मंदिर। कहा कि कल मोदी जी राम मंदिर आए थे, यहां धर्म ध्वज की स्थापना की है। हर तरफ जय श्रीराम है। हम लोगों ने भी लाइन में अलग कर दर्शन किया बहुत ही अच्छी व्यवस्था दी गई है।
धर्म ध्वजा के बाद और निखरी रामलला की छवि
-आजमगढ़ से आज श्याम नारायण तिवारी ने कहा कि योगी और मोदी जी ने बहुत ही भव्य मंदिर बनवाया है। कहा कि सुबह सरयू स्नान के बाद दर्शन किया, लेकिन मन नहीं भरा तो दोबारा दर्शन किया है। कहा कि धर्म ध्वजा फहराने के बाद रामलला की छवि और निखर गई है।
