Moradabad: पांच अर्थियां एक साथ उठी तो रो पड़ा गांव, अब्दुल्लापुर गांव में नहीं जले चूल्हे

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Published By Monis Khan
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कुंदरकी, अमृत विचार। सोमवार को सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले पांच लोगों का ग्राम अब्दुल्लापुर में ही अंतिम संस्कार किया गया जबकि ग्राम मधुपुरी थाना मैनाठेर निवासी महिला का शव अब्दुल्लापुर से उसके ससुराल वाले ले गए जहां पर उसका अंतिम संस्कार किया गया।

थाना कुंदरकी क्षेत्र के गांव अब्दुल्लापुर में सोमवार को मातम पसरा रहा। गांव से जब एकसाथ 5 अर्थियां उठीं तो पूरा गांव रो पड़ा। हर किसी की आंखें नम हो गईं। परिजनों में चीख पुकार मच गई। रविवार को गांव के करन और ओमवीर परिवार के साथ फुफेरे भाई की बेटी की शादी में शामिल होने कटघर के रफातपुर जा रहे थे। कुछ सदस्य बाइक और बाकी गांव के ही संजू के ऑटो में सवार होकर निकले थे। जैसे ही ऑटो लखनऊ–दिल्ली हाईवे पर दलपतपुर जीरो प्वाइंट से आगे बढ़ा, तेज रफ्तार बस ने ओवरटेक करते समय ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी। 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो बस के अगले हिस्से में फंस गया और करीब 40 मीटर तक घिसटता हुआ खिंचता चला गया। भीषण आवाज सुनकर राहगीर घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। क्षतिग्रस्त ऑटो में फंसी लाशें और घायल लोगों की तड़पती हालत देखकर हर कोई दहशत में आ गया। हादसे के बाद शव सड़क पर बिखर गए और कई किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया। चारों ओर चीख-पुकार और अफरा-तफरी का माहौल बन गया था और 6 लोगों की जान चली गई थी। 

गांव में सोमवार को किसी के घर में चूल्हे नहीं जले हर तरफ बस सन्नाटा और मायूसी और आंसुओं का सैलाब छाया रहा। सीमा, आरती, अभय, संजू और अनन्या का अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया जबकि मृतक का सुमन को उसके ससुराल वाले उसके मायके अब्दुल्लापुर से मधुपुरी ले गए जहां सुमन का भी अंतिम संस्कार किया गया। अभय पुत्र ओमवीर सिंह उम्र 12 वर्ष नवभारत इंटर कॉलेज में कक्षा 6 का छात्र था। आरती पुत्री मुरारी 19 वर्ष चार बहनों में दूसरे नंबर की थी और 16 वर्षीय उसकी बहन रानी घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती है। परिवार में मां कुंती देवी सहित सभी का रोते-रोते बुरा हाल है। घायल झलक और अनुष्का का भी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

संजू ने 6 माह पहले ही किस्तों पर लिया था टेंपो
संजू ने 6 माह पहले ही किस्तों पर टेंपो लिया था और तभी से वह टेंपो चलाकर किसी तरह किस्तें जमा कर रहा था और अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था। पत्नी मीनाक्षी 5 वर्षीय बेटे अभी, 4 वर्षीय यूबी और 3 वर्षीय बेटी रितिका के सर से पिता का साया उठ गया। अब परिवार में अन्य कोई देखभाल करने वाला नहीं है। मां सुंदरी और दो भाई अपने बच्चों सहित अलग रहते हैं। सभी का रोते रोते बुरा हाल था।

पत्नी, बेटी और गर्भवती बहन को हादसे में खोया
करन के परिवार में पत्नी सीमा, बेटी अनन्या और बहन सुमन की मौत हो गई। अनन्या कक्षा 7 में सरकारी स्कूल में पढ़ती थी। करन का अस्पताल में इलाज चल रहा है। सुमन की सात माह पहले ग्राम मधुपुरी निवासी हरदीप के साथ शादी हुई थी और वह 6 माह की गर्भवती थी।

विधायक ने बंधाया परिजनों को ढांढस
कुंदरकी विधायक रामवीर सिंह और उनके पुत्र विक्की ठाकुर भी ग्राम अब्दुल्लापुर पहुंचे और अंतिम संस्कार में शामिल हुए और परिजनों को सरकार से हर संभव मदद और मुआवजा दिलाने की बात कही। इसके साथ ही पूर्व विधायक हाजी मोहम्मद रिजवान, जिला पंचायत अध्यक्षा प्रतिनिधि राकेश चौहान, पूर्व प्रत्याशी व ब्लॉक प्रमुख हाफिज मोहम्मद वारिस, आजाद समाज पार्टी से आसिफ पाशा एडवोकेट व क्षेत्रीय नेता मृतकों के परिजनों को सांत्वना देने के लिए गांव पहुंचे।

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