VHP का आरोप- बाबरी मुद्दे की आड़ में हिंसा भड़काने की हो रही कोशिश
लखनऊ। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हाल के घटनाक्रमों को लेकर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विहिप ने दावा किया है कि क्षेत्र में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर पिछले महीनों में हुए हमलों के बाद अब बाबरी मुद्दे का उपयोग कर पुनः सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिशें की जा रही हैं।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने एक्स पर स्थानीय तृणमूल कांग्रेस विधायक हुमायूं कबीर पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया " बाबरी के बहाने नया विवाद और हिंसा का वातावरण तैयार करने में लगे हैं। इससे पहले भी नौ महीने पूर्व जिले में हिंदू परिवारों पर गंभीर हमले हुए थे और अब फिर से उकसावे की राजनीति हो रही है। विधायक का यह व्यवहार सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 2019 में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर दिए गए सर्वसम्मत निर्णय की "स्पष्ट अवमानना" है।"
बंसल के अनुसार, "राम जन्मभूमि पर आया फैसला देश और दुनिया के लिए अंतिम सत्य है, ऐसे में इसे चुनौती देने या लोगों को भड़काने का कोई औचित्य नहीं। बाबरी मुद्दे को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर मुस्लिम तुष्टिकरण और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिशें की जा रही हैं जो उनके अनुसार बंगाल की कानून-व्यवस्था पर गंभीर प्रभाव डाल सकती हैं।" उन्होंने कहा कि बंगाल में पहले से "अवैध घुसपैठ और कट्टरपंथी तत्वों के कारण हिंदू समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहा है, ऐसे में उत्तेजक बयानबाज़ी स्थिति को और बिगाड़ सकती है।
विहिप प्रवक्ता ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि बाबरी विवाद की आड़ में बंगाल या देश के किसी भी हिस्से में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा या उपद्रव होता है, तो इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उनकी सरकार और संबंधित विधायक की होगी। उन्होंने केंद्र सरकार और राज्यपाल से भी आग्रह किया कि समय रहते उपद्रवी और उकसावे वाली मानसिकता पर रोक लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं, ताकि राज्य में कानून-व्यवस्था स्थिर रह सके।
(न्यूज सोर्स : भाषा एजेंसी)
