बाराबंकी में साइबर ठगी करने वाला गिरोह बेनकाब, दो आरोपी गिरफ्तार, 3.60 लाख रुपये और मोबाइल बरामद
देवा/बाराबंकी, अमृत विचार। यूपी बाराबंकी जिले में साइबर अपराधों पर सख्त कार्रवाई के तहत पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। साइबर क्राइम थाना व साइबर सेल और थाना देवा पुलिस की संयुक्त टीम ने सोशल मीडिया के माध्यम से ब्लैकमेलिंग और ऑनलाइन टास्क के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों के कब्जे से 3 लाख 60 हजार रुपये नकद और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए।
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय द्वारा साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए दिए गए निर्देशों के बाद संयुक्त पुलिस टीम ने मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर देवा क्षेत्र के राजन सिंह और अनूप कुमार को कुर्सी मोड़ नहर पुलिया के पास से गिरफ्तार किया। दोनों के खिलाफ थाना देवा में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
जांच में सामने आया कि दोनों आरोपित एक शातिर साइबर गैंग का हिस्सा हैं, जो टेलीग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफार्मों का उपयोग कर अश्लील सामग्री भेजकर लोगों को ब्लैकमेल करते थे। इसके अलावा 'वर्क फ्रॉम होम', ‘ऑनलाइन टास्क’ और निवेश के नाम पर लोगों को पैसे कई गुना करने का झांसा देकर ठगी करते थे। पीड़ितों को विश्वास में लेकर उनके मोबाइल पर स्कैनर, वीपीए लिंक और फर्जी खाता विवरण भेजकर रुपये ट्रांसफर करा लेते थे। राजन ने अपने पिता का नाम बदलकर एयरटेल पेमेंट्स बैंक में फर्जी खाता भी खोला हुआ था।
पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि गिरोह ने गुजरात और ओडिशा के लोगों से साइबर ठगी की है। गुजरात के पीड़ित द्वारा 1930 हेल्पलाइन पर शिकायत भी कराई गई थी। गिरोह के दो अन्य सदस्य यशराज सिंह और सिद्धार्थ तिवारी अब भी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस उनके बैंक खातों और नेटवर्क की भी जांच कर रही है।
पुलिस ने जनता को सावधान करते हुए अपील की है कि अज्ञात नंबरों से आने वाले संदेशों, वीडियो कॉल या किसी भी प्रकार के घर बैठे नौकरी या पैसे दोगुना जैसे झांसे में न आएं। किसी भी साइबर धोखाधड़ी की सूचना तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल या 1930 हेल्पलाइन पर दें।
