'योजनाओं के नाम बदलने की सनक समझ नहीं आती', बोलीं प्रियंका- 'जी राम जी' विधेयक वापस लिया जाए
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ‘महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम’ (मनरेगा) के स्थान पर दूसरा विधेयक लाए जाने को लेकर मंगलवार को मोदी सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा और कहा कि योजनाओं के नाम बदलने की सनक समझ नहीं आती। प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि मनरेगा के स्थान पर लाया गया ‘विकसित भारत जी राम जी’ विधयेक गलत लगता है और इसे वापस लिया जाना चाहिए। केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘योजनाओं के नाम बदलने की सनक मुझे समझ नहीं आती। योजनाओं की नाम बदलने की प्रक्रिया में बहुत पैसा खर्च होता है।’’
उन्होंने कहा कि मनरेगा में गरीब लोगों को 100 दिन के रोज़गार का अधिकार दिया गया था, लेकिन नया विधेयक मनरेगा के इस अधिकार को कमज़ोर करेगा। कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘सरकार ने इस बिल में दो-तीन ऐसी चीज़ें जोड़ी हैं, जिससे बाहरी तौर पर समझ आता है कि काम के दिन बढ़ा दिए गए हैं।’’ उन्होंने कहा कि मनरेगा का बजट हर साल घटाया जाता रहा है और अब इस नए विधेयक में ग्राम पंचायतों के अधिकार को भी ख़त्म कर दिया गया है।
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘इसलिए ये विधेयक गलत लगता है। इसे वापस लिया जाना चाहिए।’’ सरकार मनरेगा को निरस्त करने और एक नया कानून बनाने के लिए लोकसभा में विधेयक ला सकती है। नए विधेयक का नाम ‘विकसित भारत-रोजगार और आजीविका गारंटी मिशन (ग्रामीण)’ (विकसित भारत- जी राम जी) विधेयक, 2025’ होगा। विधेयक की प्रतियां लोकसभा सदस्यों को बांटी गई हैं।
