भदोही में कूटरचित दस्तावेज से नौकरी कर रहे हैं शिक्षक... जिला अल्पसंख्यक विभाग कर रहा कार्रवाई की तैयारी

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Published By Muskan Dixit
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भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में एक मदरसा शिक्षक द्वारा फर्जी नौकरी करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के साथ उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र ने शुक्रवार को बताया कि भदोही नगर के पीरखांपुर स्थित मदरसा अरबिया मदीनतुलइल्म पीरखांपुर में एक शिक्षक की नौकरी फर्जी मिली है। मामले में एफआईआर दर्ज कराने के लिए उत्तर प्रदेश मदरसा परिषद को पत्र भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर फर्जी नियुक्ति पर नौकरी करने वाले शिक्षक और प्रबंधक पर विभागीय कार्रवाई करते हुए केस दर्ज होगा।

उन्होंने बताया कि उक्त मदरसे में कूटरचित अभिलेख से नौकरी दी गई थी। मदरसा बोर्ड की रजिस्ट्रार अंजना सिरोही की जांच में यह मामला सामने आया है। इसी मदरसे के दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व 10 शिक्षकों के अभिलेखों की भी जांच चल रही है। बताया कि जिले के कुछ अन्य मदरसों में भी इस तरह की गड़बड़ी सामने आई है। पूर्व में मदरसों में शिक्षक से लेकर कर्मचारियों की नियुक्तियां ऑफलाइन ही की गई है।

शिक्षक ने बताया कि भदोही नगर के बाजार सलावत खां निवासी जाहिद अख्तर ने 26 अगस्त 2025 को पत्र लिखकर मदरसे में शिक्षकों की नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। परिषद की रजिस्ट्रार अंजना सिरोही के नेतृत्व में शिक्षक अरशद अली की अभिलेखों की जांच कराई गई। जिसमें पाया गया कि अरशद की नियुक्ति कुटरचित अभिलेख तैयार कर दूरभिसंधि करते हुए की गई। जांच में यह बात साफ हो गई है कि अरशद अली ने झूठे दस्तावेज बनवाकर न सिर्फ नौकरी पाई, बल्कि वर्ष 2018 से सरकारी वेतन भी लिया, जो कि सीधे तौर पर धोखाधड़ी और सरकारी पैसे का गलत इस्तेमाल है।

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