अटल विद्यालयों में ड्रोन से लेकर स्पेस साइंस तक का मिलेगा प्रशिक्षण... मिशन मोड में होगा क्रियान्वयन, 6 महीने में सभी स्कूलों में होगी लैब
प्रदेश के अटल आवासीय विद्यालय बनेंगे फ्यूचर-रेडी लर्निंग हब
लखनऊ, अमृत विचार: प्रदेश के अटल आवासीय विद्यालय अब केवल आवासीय शिक्षा तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि आधुनिक तकनीक और नवाचार के केंद्र के रूप में विकसित किए जाएंगे। प्रत्येक अटल आवासीय विद्यालय में छह माह के भीतर कम्पोजिट स्किल व इनोवेशन लैब स्थापित होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस महत्वाकांक्षी योजना को मिशन मोड में लागू किया जाएगा। अगले दो महीनों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत चयनित अटल आवासीय विद्यालयों में इनोवेशन लैब की स्थापना की जाएगी। इसके बाद छह महीनों के भीतर सभी अटल आवासीय विद्यालयों में ये लैब पूरी तरह क्रियाशील हो जाएंगी। सरकार की इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण, श्रमिक और वंचित पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों को स्कूली स्तर पर ही ड्रोन टेक्नोलॉजी, रोबोटिक्स, ऑटोमेशन, स्पेस साइंस, थ्रीडी प्रिंटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी उन्नत तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण देना है। यह पहली बार होगा, जब इन वर्गों के छात्रों को इतनी उच्चस्तरीय तकनीकी शिक्षा एक ही मंच पर उपलब्ध होगी।
उप्र. भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की सचिव एवं अटल आवासीय विद्यालयों की महानिदेशक पूजा यादव ने बताया कि परियोजना के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधनों की पूरी व्यवस्था कर ली गई है, जिससे कार्य में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आएगी।
एक्सपर्ट संस्थानों के सहयोग से तैयार होंगे 21वीं सदी के लीडर
इनोवेशन लैब के संचालन और प्रशिक्षण के लिए देश के प्रमुख तकनीकी संस्थानों और विशेषज्ञ एजेंसियों का सहयोग लिया जाएगा। पहले चरण में चयनित शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण देकर मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जाएगा, जो आगे अन्य शिक्षकों और छात्रों को प्रशिक्षित करेंगे। इन लैब के माध्यम से छात्रों में इनोवेशन, क्रिटिकल थिंकिंग, प्रॉब्लम सॉल्विंग और टेक्नोलॉजी एप्लिकेशन जैसी 21वीं सदी की आवश्यक क्षमताएं विकसित की जाएंगी। सरकार का मानना है कि यह पहल उत्तर प्रदेश को टेक्नोलॉजी-ड्रिवन एजुकेशन लीडर के रूप में स्थापित करेगी।
