हिरासत में लिया गया हुमायूं कबीर का बेटा गुलाम नबी : पुलिसकर्मी पर हमले का आरोप, जेयूपी प्रमुख ने एसपी को दी चेतवानी
कोलकाता। नवगठित जनता उन्नयन पार्टी (जेयूपी) के अध्यक्ष हुमायूं कबीर के बेटे गुलाम नबी आजाद को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले स्थित आवास पर तैनात एक पुलिसकर्मी पर कथित तौर पर हमला करने के आरोप में रविवार को हिरासत में ले लिया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि आजाद ने भरतपुर से विधायक कबीर के निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) के रूप में तैनात पुलिसकर्मी पर हाथ उठाकर संज्ञेय अपराध किया और पुलिस ने कानून के अनुसार कार्रवाई की गई। पार्टी ने साथ ही दावा किया कि उसका पूरे घटनाक्रम से कोई लेना-देना नहीं है। आजाद को सोहेल के नाम से भी जाना जाता है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोहेल को कांस्टेबल जुम्मा खान द्वारा शक्तिपुर पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि खान ने आरोप लगाया था कि विधायक के बेटे ने रविवार सुबह उस पर तब हमला किया जब उसने कुछ दिनों की छुट्टी के लिए आवेदन दिया।
पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को बताया, ‘‘शिकायत के आधार पर आरोपी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।’’ तृणमूल कांग्रेस से निलंबित किये जाने के बाद कबीर ने अपनी नयी पार्टी बनाई है। वह उस समय चर्चा में आए जब मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद शैली की मस्जिद की आधारशिला रखी।
कबीर ने दावा किया कि आधारशिला रखने के बाद पुलिस ने शक्तिपुर इलाके में उनके आवास को घेर लिया है। आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके कबीर ने कहा कि वह कथित घटना के समय किसी काम से अपने आवास से बाहर थे। उन्होंने बरहामपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज मेरे बेटे ने मेरे घर में एक पुलिसकर्मी के प्रवेश पर आपत्ति जताई और इससे कानून प्रवर्तक नाराज हो गए जिन्होंने मेरे बेटे पर दुर्व्यवहार का झूठा आरोप लगाया।’’
कबीर ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के इशारे पर पुलिस उन्हें निशाना बना रही है। विधायक ने कहा कि पुलिस बल ‘‘कमजोर बहाने’’ के आधार पर किसी निर्वाचित जनप्रतिनिधि के घर की घेराबंदी नहीं कर सकता। कबीर ने कहा, ‘‘राजनीतिक से प्रेरित इस उत्पीड़न के विरोध में मैं एक जनवरी को मुर्शिदाबाद में पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव करूंगा। मैं आज की घटना के बारे में वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगता हूं। वे मुझे डरा नहीं सकते।’’
कबीर ने दावा किया कि उनके बेटे को ‘‘झूठे आरोपों में गैरकानूनी तरीके से हिरासत में लिया गया।’’ उन्होंने आजाद को तत्काल रिहा करने की मांग की। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता अरूप चक्रवर्ती ने कहा कि पार्टी के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, कबीर के बेटे ने पुलिस कांस्टेबल को तब धक्का दिया जब वह कुछ निजी काम से छुट्टी लेने के लिए मकान के भीतर गये थे। चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘उन्होंने पुलिसकर्मी पर हाथ उठाकर संज्ञेय अपराध किया है। पुलिस ने कानून के अनुसार कार्रवाई की है। पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।’’
