नव वर्ष से पहले UP के प्रमुख मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़, हाई अलर्ट पर पुलिस और मंदिर प्रशासन

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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मथुरा/अयोध्या/वाराणसी। जैसे-जैसे नया साल नजदीक आ रहा है, देश भर से श्रद्धालु 2026 का स्वागत प्रार्थनाओं के साथ करने के लिए उत्तर प्रदेश के प्रमुख मंदिर नगरों में उमड़ने लगे हैं, जिसके चलते अधिकारियों को भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने पड़े हैं। अधिकारियों ने बताया कि मथुरा-वृंदावन से लेकर अयोध्या और वाराणसी तक, पुलिस और मंदिर प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं।

नव वर्ष की पूर्व संध्या और उसके बाद के सप्ताहांत में लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। भीषण ठंड और घने कोहरे के बावजूद अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। नव वर्ष से पहले श्रद्धालु राम जन्मभूमि और हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए आ रहे हैं। पुलिस अधीक्षक (शहर) सी.पी. त्रिपाठी ने कहा, "गहन जांच, क्षेत्र निर्धारण और गश्त बढ़ाकर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है।" 

राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि एक जनवरी 2026 तक के सभी वीआईपी पास पहले ही बुक हो चुके हैं, और उन्होंने कहा कि भीड़ बढ़ने के बावजूद दर्शन व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ धाम में भी शीतकालीन छुट्टियों और नए साल के आगमन के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है। उप जिलाधिकारी शंभू शरण ने कहा, "शनिवार रात तक चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।" 

उन्होंने बताया कि बैरिकेडिंग कर दी गई है और केवल कतार के आधार पर 'झांकी दर्शन' की अनुमति दी जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि प्रोटोकॉल और 'स्पर्श दर्शन' 24 दिसंबर से निलंबित कर दिए गए हैं और सुरक्षा के वैसे इंतजाम किए गए हैं जैसे श्रावण और महाकुंभ के दौरान किए जाते हैं। मथुरा में नव वर्ष के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए तैयारियां चल रही हैं, जिसके चलते पुलिस और नागरिक अधिकारियों ने यातायात प्रतिबंध और भीड़ नियंत्रण के उपाय लागू किए हैं।

 मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्लोक कुमार ने बताया कि भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा और ई-रिक्शा को केवल उनके निर्धारित मार्गों पर ही चलने की अनुमति होगी। उन्होंने बताया कि नव वर्ष की पूर्व संध्या और उसके बाद के सप्ताहांत में सबसे अधिक भीड़ होने की संभावना है, इसलिए उस दौरान केवल सीमित संख्या में छोटे वाहनों को ही अनुमति दी जाएगी। 

कुमार ने बताया कि 7000 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है, अस्पतालों का उन्नयन किया गया है और दर्शन की सुविधा के लिए खास व्यवस्था की गई हैं। श्री बांके बिहारी मंदिर के सेवायत ज्ञानेंद्र किशोर गोस्वामी ने बताया कि मंदिर में ठाकुर जी की बाल अवस्था में पूजा की जाती है, इसलिए मंदिर की पूजा-अर्चना में विशेष ध्यान रखा जाता है ताकि उनको कोई कष्ट न हो। उन्होंने बताया कि ठाकुर जी को खिचड़ी प्रसाद का भोग लगाया जाएगा।  

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