लखनऊ में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी, 11 लोग गिरफ्तार

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लखनऊ, अमृच विचार। राजधानी में पुलिस ने 11 लोगों को नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए रंगे हाथ दबोचा है। रेमडेसिविर को रोटी-लंच बाक्स के नाम से बेचा जा रहा था। सभी मेडिकल स्टाफ को मानकनगर, नाका और अमीनाबाद पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने उनके पास से 219 इंजेक्शन और बिक्री के 2 …

लखनऊ, अमृच विचार। राजधानी में पुलिस ने 11 लोगों को नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए रंगे हाथ दबोचा है। रेमडेसिविर को रोटी-लंच बाक्स के नाम से बेचा जा रहा था। सभी मेडिकल स्टाफ को मानकनगर, नाका और अमीनाबाद पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने उनके पास से 219 इंजेक्शन और बिक्री के 2 लाख 40 हजार रूपए बरामद किए हैं। इसके साथ ही दलालों की ओर से बिक्री में प्रयुक्त बाइक और स्कूटी समेत तीन वाहन बरामद किए हैं।

पकड़े गए आरोपी में अधिकतर केजीएमयू, लॉरी, क्वीनमेरी के मेडिकल स्टाफ और दो दवा व्यापारी है। पुलिस ने बताया कि गिरोह का नेटवर्क कई जनपदों में फैला है। पूछताछ में कई लोगों का नाम सामने आया है।

बेच रहे थे नकली इंजेक्शन
माकनगर पुलिस ने चार को दबोचा है। एडीसीपी मध्य चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों में अलीगंज मुसाफिर खाना सुलतानपुर निवासी विकास दुबे (नर्सिंग तृतीय वर्ष का छात्र केजीएमयू), कौशल शुक्ला निवासी सीतापुर रोड खदरा (सीतापुर से डी फार्मा कोर्स कंप्लीट कर चुका है), अजीत मौर्या निवासी गेंदी पन्नुगंज सोनभद्र (केजीएमयू लारी के ओटी में टेक्नीशियन), राकेश तिवारी निवासी शंकरपुर देहात कोतवाली बलरामपुर (केजीएमयू के क्वीनमेरी अस्पताल में स्टाफ नर्स) है। इनके पास से 91 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन, चार मोबाइल फोन, एक स्कूटी और 5250 रुपये बरामद किए गए हैं।

20 हजार रूपए पर इंजेक्शन की कीमत
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि कौशल नाम के दलाल से छह इंजेक्शन की बात की गई। उसने 20 हजार रुपये में एक इंजेक्शन देने की बात कही सौदा 15 हजार में तय हुआ। इसके बाद डिलीवरी मंगाई गई। कनौसी पुल के पास कौशल बाइक से पहुंचा। उसने इंजेक्शन निकाल कर सादे कपड़े में तैनात पुलिसकर्मी को दिए। इसके बाद टीम ने दबोच लिया। उसकी निशान देही पर विकास दुबे और अन्य को पकड़ा गया। इंजेक्शन में बैंगलुरु की मायलांन लैबोरेट्री का स्टीकर चिपका हुआ है। गिरोह का सरगना रितांशु मौर्या निवासी बाराबंकी है। उसकी तलाश में टीमें दबिश दे रही हैं।

केजीएमयू के संविदा कर्मी के पास मिले 116 इंजेक्शन
नाका पुलिस ने केजीएमयू के संविदा कर्मी रामसागर समेत चार लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए गिरफ्तार किया। उनके पास से 116 इंजेक्शन, 1,94,310 रुपये और तीन बाइक बरामद की हैं। एडीसीपी पश्चिमी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों में राम सागर निवासी कंजलपुर मनकापुर गोंडा (संविदाकर्मी केजीएमयू), अमनदीप मदान निवासी राजाजीपुरम सेक्टर ई (स्कोप हास्पिटल का कर्मचारी), अंकुर वैश्य निवासी मोहनलालगंज बनियाखेड़ा, अंशु गुप्ता निवासी हरदोई संडीला राजा का हाता है। इन्हें बाराबंकी निवासी रितांशु मौर्या इंजेक्शन उपलब्ध कराता था।

खुद को केजीएमयू का डॉक्टर बताता था विकास
एडीसीपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि विकास दुबे को इंजेक्शन मौर्या उपलब्ध कराता था। विकास अन्य साथियों को इंजेक्शन देता था। अन्य साथी कहते थे कि अगर पकड़े गए तो इस पर विकास कहता था कि इस समय हर व्यक्ति को जरूरत है। मिट्टी भी भरकर बेच दोगे तो ले लेगा। बस रुपये कमा लो यही सही समय है आदमी बना दूंगा तुम लोगों को। विकास अपना परिचय केजीएमयू के डाक्टर के रूप में देता था। प्रत्येक इंजेक्शन में बिक्री करने वाले को तीन हजार रुपये का कमीशन मिलता था।

अमीनाबाद में 12 इंजेक्शन के साथ दो व्यापारी गिरफ्तार
वहीं अमीनाबाद इंस्पेक्टर आलोक कुमार राय ने नजीराबाद चौकी के पास शुक्रवार दोपहर रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिलीवरी देने पहुंचे आमिर अब्बास निवासी कश्मीरी मोहल्ला सआदतगंज और सौरभ रस्तोगी निवासी नारायण दास लेन यहियागंज को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से इंजेक्शन बिक्री के 39 हजार रुपये और 12 नकली इंजेक्शन बरामद किए हैं। इंस्पेक्टर ने बताया कि आमिर अब्बास का बाजारखाला में मेडिकल स्टोर है और सौरभ रस्तोगी का पुरानी मेडिसिन मार्केट में दवा का काम है। दोनों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें एक दवा कंपनी का एमआर इंजेक्शन उपलब्ध कराता था।

“गिरफ्तारी की टीम में शामिल पुलिस कर्मियों में इंस्पेक्टर मानकनगर धर्मेंद्र कुमार सिंह, सर्विलांस टीम से दारोगा राहुल सोनकर और सर्विलांस एक्सपर्ट आशीष द्विवेदी व अन्य हैं। पुलिस टीम ने बेहद सराहनीय कार्य किया है, टीम को लोगों को 20 हजार रूपए का नगद पुरस्कार दिया जायेगा। इस आपदा के दौर में ऐसे दलालों को बख्शा नहीं जायेगा और लोगों के नाम सामने आये हैं जल्द ही गिरफ्तारी की जायेगी।” -डीके ठाकुर पुलिस कमिश्नर लखनऊ

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