हल्द्वानी: बारिश से नैनीताल व यूएस नगर के 10.66 लाख पौधों मिला जीवन
हल्द्वानी, अमृत विचार। कुमाऊं में पिछले 36 घंटे में हुई बारिश से नैनीताल और ऊधम सिंह नगर के जंगलों में बोये गए 10.66 लाख से अधिक बीजों को जीवन मिला है। बारिश नहीं होने से बीज सूखने की कगार पर थे। वन अधिकारियों को भी आशंका थी यदि बारिश नहीं हुई तो बोए बीज नष्ट …
हल्द्वानी, अमृत विचार। कुमाऊं में पिछले 36 घंटे में हुई बारिश से नैनीताल और ऊधम सिंह नगर के जंगलों में बोये गए 10.66 लाख से अधिक बीजों को जीवन मिला है। बारिश नहीं होने से बीज सूखने की कगार पर थे। वन अधिकारियों को भी आशंका थी यदि बारिश नहीं हुई तो बोए बीज नष्ट हो सकते थे।
वन अधिकारियों के अनुसार पश्चिमी वन वृत्त में इस बार पौध रोपण के साथ ही बीज बुआन पद्धति से भी पौधे रोपे गए हैं। नैनीताल, ऊधम सिंह नगर और चंपावत जिलों में फैले पश्चिमी वन वृत्त में तकरीबन 2133.47 हेक्टेयर में 10,66,735 पौधे बीज बुआन से रोपे जाने का लक्ष्य था। वन विभाग ने समय रहते बीज बुआन भी कर लिया था लेकिन पिछले एक हफ्ते से बारिश नहीं हुई थी वहीं पारा बढ़ने से बीज बुआन पर संकट खड़ा हो गया था।
बारिश नहीं होने पर बड़ी तादाद में बीज बुआन के पौधे मरने की आशंका थी। वन अधिकारियों को प्लांटेशन फेल होने की आशंका थी। इधर, शनिवार की रात और रविवार को हुई झमाझम बारिश से वन अधिकारियों के चेहरे खिल गए। बारिश से बीज को पनपने के लिए पानी मिलेगा और पौध खिल सकेंगी।
वन डिवीजन का नाम इतने हेक्टेयर में हुआ बीज बुआन
तराई पूर्वी 1058.78 हेक्टेयर
तराई केंद्रीय 718.67 हेक्टेयर
तराई पश्चिमी 356.02 हेक्टेयर
(नोट:- प्रति हेक्टेयर में 500 पौधे बीज बुआन से रोपे जाएंगे।)
वन विभाग ने बीज बो दिए थे लेकिन बीज बोने के आठ-10 दिनों तक बारिश नहीं हुई थी जबकि बीज को पनपने के लिए पानी की जरूरत होती थी। इस बारिश से बीजों को पर्याप्त पानी मिल गया है और मिट्टी में भी नमी आई है।
= जीवन चंद्र जोशी, वन संरक्षक, पश्चिमी वन वृत्त
