बरेली: गांधी उद्यान को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी, कैंटीन संचालन से छिनेगा सुकून
बरेली, अमृत विचार। शहर के प्रमुख गांधी उद्यान के रखरखाव का जिम्मा अक्षर विहार पार्क की तरह निजी हाथों में देने की तैयारी निगम कर रहा है। यहां कैंटीन का संचालन भी होगा। इस पार्क में पहले ही लोगों की चहलकदमी काफी बढ़ गई है। ऐसे में अगर कैंटीन का संचालन किया जाता है तो …
बरेली, अमृत विचार। शहर के प्रमुख गांधी उद्यान के रखरखाव का जिम्मा अक्षर विहार पार्क की तरह निजी हाथों में देने की तैयारी निगम कर रहा है। यहां कैंटीन का संचालन भी होगा। इस पार्क में पहले ही लोगों की चहलकदमी काफी बढ़ गई है। ऐसे में अगर कैंटीन का संचालन किया जाता है तो पार्क में शांति और सुकून छिन जाएगा। पार्क में घनी हरियाली और उसके मूल स्वरूप में बदलाव को लेकर जागरूक लोग पहले ही इसे ठीक नहीं मान रहे हैं। उनका कहना है कि पार्क का रखरखाव उसके मूल स्वरूप को बदले बगैर ही हो तो ज्यादा बेहतर रहेगा।
अमृत योजना और स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत गांधी उद्यान में सौंदर्यीकरण के नाम पर ओपन जिम, ओपन म्यूजिकल थियेटर, फुटपाथ सहित दूसरे तमाम काम कराए गए हैं। अब स्मार्ट सिटी के तहत भी यहां ढेरों काम कराए जाना प्रस्तावित है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि अक्षर विहार पार्क की तर्ज पर गांधी उद्यान में जिस ठेकेदार को कैंटीन संचालन का ठेका दिया जाएगा, वह पार्क के रखरखाव और उसके सुरक्षा की जिम्मेदारी भी संभालेगा।
बरेली: गांधी उद्यान में बढ़ी भीड़… आराजकता छीन रही सुकून
अगर पार्क में कोई नुकसान होता है तो ठेकेदार को इसकी भरपाई करनी होगी। अक्षर विहार पार्क में भी इसी तर्ज पर पार्क के संचालन का जिम्मा दिया गया है। कैंटीन व हट बनने से यहां लोगों की भीड़ काफी बढ़ गई है। प्रेमी जोड़े भी यहां घंटों बैठे रहते हैं। इससे सभ्य परिवार के लोगों का यहां बच्चों के साथ घूमना मुहाल हो रहा है।
10 साल के लिए दिया जाएगा ठेका
गांधी उद्यान में जल्द ही कैंटीन का ठेका देने की तैयारी चल रही है। इसका टेंडर 10 साल के लिए लेगा। जो ठेकेदार टेंडर लेगा, उसे अपना निजी गार्ड तैनात कर पार्क की सुरक्षा भी करनी होगी। यानि यहां नगर निगम सारी व्यवस्था निजी हाथों में देने के साथ ही खुद हाथ पर हाथ धर कर बैठ जाएगा। लोगों का कहना है कि पार्क के अंदर वैसे ही अराजक तत्वों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। उस पर कैंटीन चालू हुई तो यहां भीड़ और भी ज्यादा बढ़ जाएगी। इससे पार्क में आने का सुकून चौपट हो जाएगा।
पार्क के अंदर सीसीटीवी लगाने की तैयारी
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि पार्क के अंदर व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी की जाएगी। आने वाले दिनों में सुधार की उम्मीद की जा सकती है। व्यवस्था को पटरी पर रखने के लिए और उपायों पर भी मंथन चल रहा है।
100 साल पुराना है गांधी उद्यान
नगर निगम के स्टाफ ने बताया कि गांधी उद्यान को वर्ष 1920 में बनाया गया था। उद्यान को लगभग 100 साल हो चुका है। पहले इसे कंपनी गार्डन भी कहा जाता था। नगर निगम के पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान का कहना है कि यह पार्क ब्रिटिश काल का है। अब यह नगर निगम के स्वामित्व में है।
