Shakeel Badauni

जो भी हो तुम खुदा की कसम लाजवाब हो... शकील बदायूंनी जन्मदिवस अवसर पर

मुंबई। मशहूर शायर और गीतकार शकील बदायूं आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके लिखे गीत आज भी संगीत प्रेमियों के जेहन जिंदा हैं। शकील बदायूं का अपनी जिंदगी के प्रति नजरिया उनकी रचित इन पंक्तियों मे समाया हुआ है।...
मनोरंजन 

ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया

ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया जाने क्यूँ आज तिरे नाम पे रोना आया यूँ तो हर शाम उमीदों में गुज़र जाती है आज कुछ बात है जो शाम पे रोना आया कभी तक़दीर का मातम कभी दुनिया का गिला मंज़िल-ए-इश्क़ में हर गाम पे रोना आया मुझ पे ही ख़त्म हुआ सिलसिला-ए-नौहागरी इस …
साहित्य