लखीमपुर खीरी: शारदा नदी में बह रहीं मरी मछलियां, ग्रामीणों में मचा हड़कंप
अमृतविचार, खमरिया। ईसानगर इलाके के ऐरा पुल के समीप रविवार को शारदा नदी की धार के साथ बह रही मरी हुई मछलियां देखे जाने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। ग्रामीण नदी में जहरीला पानी छोड़े जाने की आशंका जता रहे है। लेकिन देर शाम तक प्रशासनिक अफसर इस मामले से अनजान बने रहे। …
अमृतविचार, खमरिया। ईसानगर इलाके के ऐरा पुल के समीप रविवार को शारदा नदी की धार के साथ बह रही मरी हुई मछलियां देखे जाने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। ग्रामीण नदी में जहरीला पानी छोड़े जाने की आशंका जता रहे है। लेकिन देर शाम तक
प्रशासनिक अफसर इस मामले से अनजान बने रहे। हालांकि सुबह से बह रही मरी मछलियों को लेकर ग्रामीण अभी भी कयास लगा रहे है।
रविवार को क्षेत्र के जसवंतनगर व लुधौनी गांव के ग्रामीणों ने बताया कि नदी में जहरीला पानी छोड़ने से मौजूद हजारों मछलियां मर गई। रविवार को बड़ी संख्या में मरी हुई मछलियां शारदा नदी में बहती देख कई गांवों के मछुआरे व ग्रामीणों की भीड़ उनको देखने के लिए पहुच गई। जब मछलियां मरने की मछुआरों ने खोजबीन शुरू की तो लोगों ने आशंका जाहिर करते हुए बताया कि शायद किसी मिल से निकला कैमिकल युक्त जहरीला पानी नदी में आने से नदी का पानी काला दिखने लगा है।
जिसके संपर्क में आने से हजारों मछलियों ने दम तोड़ दिया है। मरी हुई मछलियां नदी किनारे बसे लुधौनी,जसवन्तनगर व रेहरिया गांव के समीप पानी मे तैरती हुई मिली है। जिसको देख लुधौनी निवासी मछुआरे सुरेश कुमार ने शक जाहिर करते हुए बताया कि किसी मिल से निकाले गए केमिकल युक्त जहरीले पानी की वजह से ही मछलियों की मौत हुई है।
लोगों ने पकड़ी मछलियां, बाजारों में बेची
शारदा नदी में रविवार को जहरीला पानी पहुचने की वजह से लुधौनी व जवन्तनगर के मछुआरे नदी में पहुचे तबतक मछलियां और कछुए आदि तड़फते हुए किनारों पर भी आ रहे थे। ऐसे में स्थानीय लोग और बच्चे बड़ी संख्या में पॉलिथीन, जाल लेकर उक्त मछलियों को पकड़ते नजर आए। दोपहर तक मछलियां पकड़ने के बाद अधिकतर ग्रामीणों ने मछलियां अपने घर ले गए वहीं मछुआरे क्षेत्र में लगने वाली बाजारों में बेंचकर उनकी क़ीमत वसूल कर ली।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड चुप
गांवों के बीच से होकर गुजरने वाली शारदा नदी का पानी जलीय जीवों के लिए सही नहीं रह गया है। नदी में धुलने वाले केमिकल युक्त दूषित पानी को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सका है। इससे यह भी प्रतीक हो रहा है कि नदी का सही से संरक्षण नहीं हो पा रहा है, यह कटु सच्चाई है। पहले भी केमिकल युक्त पानी नदी में आने से मछलियों की मौत होती रही है।
बावजूद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नदी में जहरीला पानी मिलाने वाले ऐसे लोगों पर रोक लगाने के लिए उचित कदम नहीं उठा पाया। फ़िलहाल कुछ भी हो मछलियां मरने की सही जानकारी जांच के बाद ही पता चल सकेगी। वहीं शारदा में मछलियां मरने से लोगों में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त है। लेकिन जिम्मेदार कुछ भी बोलने को तैयार नही है।
