हल्द्वानी: रोशनी में नगर निगम की बदइंतजामी, अंधेरे में डूबता है इंदिरा नगर
हल्द्वानी, अमृत विचार। नगर निगम की उपेक्षा से इंदिरानगर के पश्चिमी इलाके की कई गलियों में अंधेरा कायम रहता है। सुनसान सड़कें होने से रात में लोग निकलने से घबराते हैं। जो लाइटें लगाई गई हैं, वे नाकाफी साबित होती हैं। समस्या तब और बढ़ जाती हैं जब उनमें कई कुछ दिन बाद ही सिर्फ …
हल्द्वानी, अमृत विचार। नगर निगम की उपेक्षा से इंदिरानगर के पश्चिमी इलाके की कई गलियों में अंधेरा कायम रहता है। सुनसान सड़कें होने से रात में लोग निकलने से घबराते हैं। जो लाइटें लगाई गई हैं, वे नाकाफी साबित होती हैं। समस्या तब और बढ़ जाती हैं जब उनमें कई कुछ दिन बाद ही सिर्फ शोपीस बनकर रह जाती हैं।
वार्ड दर वार्ड पड़ताल को जब अमृत विचार की टीम वार्ड संख्या 31 में पहुंची तो बड़ी समस्या के रूप में लोगों ने इस पर चर्चा की। पड़ताल की गई तो करीब 130 लाइटें इस वार्ड के विजली के खंभों पर नजर आईं। तकरीबन 11 हजार की आबादी वाले इस वार्ड में 400 लाइटों की जरूरत मानी जाती है।
इसके बावजूद 50 फीसदी स्ट्रीट लाइटें भी नगर निगम इस वार्ड में नहीं लगवा सका। जो लाइटें लगाई भी हैं, तो उस पर रसूकदारों ने भी अपनी खूब चलाई। कई खंभों पर दो से तीन लाइटें भी लगी हुई देखी गईं, जो कि जरूरत से अधिक थी। वहीं कई खंभों पर लाइट ही नहीं थी। लगाई गईं एलईडी लाइटों में कई खराब भी पाई गईं, जो हफ्तों से सिर्फ अपनी मौजूदगी भर दर्शा रही थी।
