उत्तराखंड में बरसात, बहाव और मलबे में दबकर 52 लोगों की मौत, पांच लोग लापता और जमींदोज हुए 46 घर
हल्द्वानी, अमृत विचार। दो दिन लगातार हुई बरसात से उफनाई नदी-नालों के बहाव और मलबे में दबकर राज्य में कुल 52 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा मौतें नैनीताल जिले में हुईं। यहां 28 लोगों ने दम तोड़ा और मलबे में दबी लाशों के निकलने का सिलसिला अभी भी जारी है। जबकि इसके बाद …
हल्द्वानी, अमृत विचार। दो दिन लगातार हुई बरसात से उफनाई नदी-नालों के बहाव और मलबे में दबकर राज्य में कुल 52 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा मौतें नैनीताल जिले में हुईं। यहां 28 लोगों ने दम तोड़ा और मलबे में दबी लाशों के निकलने का सिलसिला अभी भी जारी है।

जबकि इसके बाद सबसे ज्यादा आठ मौतें चम्पावत जिले में हुई हैं। सबसे राहत भरी खबर चमोली से आई है। जहां चार लोग घायल तो हैं, लेकिन हताहत कोई नहीं हुआ है। राज्य में पांच लोग लापता हैं और ये सभी नैनीताल जिले के हैं। जबकि 46 घर बरसात, बहाव और मलबे में जमींदोज हो गए हैं।
प्रशासन द्व्रारा जारी आंकड़ों की मानें तो 17 अक्टूबर को चम्पावत के बनबसा ब्लाक में एक की मौत हुई। 18 अक्टूबर को पौड़ी के लैंसडाउन चमखाल में तीन, चम्पावत के सेलखोला में दो, पिथौरागढ़ में एक की मौत हुई। इसी तरह 19 अक्टूबर को नैनीताल जिले के कैंची धाम में दो, क्वारब में दो, टोटापानी धारी चखौता में पांच, तल्ली रामगढ़ में नौ, ज्योलीकोट में दो, मेहरागांव में एक, चोपरा गांव में एक और थलेड़ी में छह लोगों की मौत हुई।

अल्मोड़ा जिले के भिखियासैंण में तीन, हीराढूंगी में एक, सिरन में एक और स्याल्दे में एक की मौत हुई। चम्पावत जिले के तिलवाड़ा में तीन, पाती थुवामुनी में एक सुल्ला लोहाघाट में चार लोगों की मौत हुई। ऊधमसिंहनगर जिले के बाजपुर में एक और रुद्रपुर में एक की मौत हुई। बागेश्वर जिले के कपकोट में एक की मौत हुई।
इन जिलों में हुई इतनी मौतें
– पौड़ी के लैंसडाउन चमखाल में तीन की मौत
– पिथौरागढ़ में एक की मौत
– नैनीताल जिले में 28 लोगों की मौत
– अल्मोड़ा जिले में छह लोगों की मौत
– चम्पावत जिले में 11 लोगों की मौत
– ऊधमसिंहनगर जिले में दो की मौत
– बागेश्वर जिले में एक की मौत
कुल 46 लोगों के मकान जमींदोज हुए
इस आपदा में कुल 46 घर जमींदोज हुए हैं। इसमें चम्पावत जिले के सेलखोला में एक, नैनीताल जिले के कैंचीधाम में एक, धारी में एक घर जमींदोज हुआ। अल्मोड़ा जिले के भिखियासैंण में पांच और भनौला में 15 प्रॉपर्टी व 8 घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। ऊधमसिंहनगर जिले के किच्छा में एक, चमोली के जोशीमठ में एक घर ध्वस्त हुआ है।
