लखनऊ: राज्य संपत्ति विभाग के भवनों पर 41 करोड़ का गृहकर बकाया

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लखनऊ। राजधानी में सरकारी विभाग भी टैक्स देने में पीछे हैं। राज्य सम्पत्ति विभाग के अधीन सम्पत्तियों पर नगर निगम का लगभग 41 करोड़ रुपये गृहकर बकाया है। इनमें सत्तारूढ़ और विपक्षी राजनैतिक दलों के भवन भी शामिल हैं। नगर निगम गृहकर बकाये पर एक ओर आम जनता पर नोटिस, मुनादी से लेकर सीलिंग की …

लखनऊ। राजधानी में सरकारी विभाग भी टैक्स देने में पीछे हैं। राज्य सम्पत्ति विभाग के अधीन सम्पत्तियों पर नगर निगम का लगभग 41 करोड़ रुपये गृहकर बकाया है। इनमें सत्तारूढ़ और विपक्षी राजनैतिक दलों के भवन भी शामिल हैं। नगर निगम गृहकर बकाये पर एक ओर आम जनता पर नोटिस, मुनादी से लेकर सीलिंग की कार्रवाई करता है लेकिन जब प्रभावशाली लोगों पर कार्रवाई की बात आती है तो नोटिस देने तक सीमित रह जाता है।

नगर निगम के बड़े बकायेदारों में विधानसभा मार्ग स्थित भारतीय जनता पार्टी कार्यालय का भवन भी शामिल है। जिस पर नगर निगम का 95,61,410 रुपये गृहकर बाकी है। जब सत्तारूढ दल के कार्यालय का गृहकर ही जमा नहीं है तो आम जनता से क्या उम्मीद की जाए। विक्रमादित्य मार्ग स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय के भवन पर 48,22,897 रुपये, त्रिलोक नाथ रोड स्थित लोकदल कार्यालय पर 32,88,848 रुपये और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी पर 15,43,474 रुपये गृहकर बकाया है।

50 बड़े बकायेदारों पर 31.31 करोड़ गृहकर बकाया

राज्य सम्पत्ति विभाग के अलावा राजधानी में 50 बड़े बकायेदारों पर ही नगर निगम का 31.31 करोड़ रुपये गृहकर बाकी है। इनमें शाहनजफ रोड स्थित कार्टन होटल पर 1.55 करोड़, नबीउल्ला रोड स्थित उर्दू प्राच्य भाषा निदेशालय पर 1.27 करोड़, विभूतिखंड स्थित चार्टर्ड होटल पर 1.07 करोड़, हिल्टन गार्डेन इन पर 57.52 लाख, बरावन कला स्थित डॉ एमसी सक्सेना कॉलेज पर 34.36 लाख रुपये गृहकर बकाया है।

बकाया गृहकर जमा करने के लिए राज्य सम्पत्ति विभाग से पत्राचार हो रहा है। नोटिस भी जारी की जा चुकी है। जल्द ही गृहकर जमा होने की संभावना है…अशोक सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी।

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