मां अन्नपूर्णा के आगमन पर भाव विभोर हुआ लखनऊ, शंखनाद व पुष्पवर्षा से हुआ स्वागत

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लखनऊ। सौ साल बाद कनाडा से भारत में आईं मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा जब लखनऊ पहुंची तो शहरवासी भक्तिविभाेर हो गए। जिन-जिन रास्तों से अन्नपूर्णा की यात्रा गुजरी, वहां लोगों ने फूल बरसाए और नाच-गाकर अपनी खुशी जताई। घंटे, ढोल व शंखनाद के साथ पंडितों ने पूजन व आरती की। 56 व्यंजनों का भोग लगाया। …

लखनऊ। सौ साल बाद कनाडा से भारत में आईं मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा जब लखनऊ पहुंची तो शहरवासी भक्तिविभाेर हो गए। जिन-जिन रास्तों से अन्नपूर्णा की यात्रा गुजरी, वहां लोगों ने फूल बरसाए और नाच-गाकर अपनी खुशी जताई। घंटे, ढोल व शंखनाद के साथ पंडितों ने पूजन व आरती की। 56 व्यंजनों का भोग लगाया। इसके बाद शोभायात्रा बाराबंकी होते हुए अयोध्या के लिए रवाना हुई।

लखनऊ में सुबह से ही मां की शोभायात्रा के स्वागत की तैयारियां हो चुकी थी। 100 साल बाद भारत वापस आई मां अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति शनिवार शाम यहां पहुंची। मां के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। महापौर संयुक्ता भाटिया बार्डर पर खुद अगुवाई के लिए पहुंची। राजधानी में जगह-जगह फूलों के बीच मां के रथ का स्वागत किया गया। मंत्री स्वाति सिंह ने गौरी बाजार में शोभायात्रा का स्वागत किया। वह प्रसाद बांटती रहीं।

इसके बाद कृष्णा नगर मेट्रो स्टेशन के पास, संत निरंकारी भवन, आलमबाग चौराहा, भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर भी जोरदार स्वागत हुआ। हजरतगंज हनुमान मंदिर के पास मंत्री ब्रजेश पाठक ने शोभायात्रा का स्वागत किया। इसके बाद राजीव चौक, लोहिया पथ पर 1090 चौराहा, समता मूलक चौराहा, लोहिया चौराहा, पॉलिटेक्निक चौराहा पहुंची। जहां मंत्री आशुतोष टंडन ने मां के दर्शन किए। भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल समेत अनेक नेताओं ने भी आशीर्वाद लिया।

इन रास्तों से आई प्रतिमा

नई दिल्ली में प्रतिमा को गुरुवार को यूपी सरकार को सौंपी गई थी। इसके बाद 4 दिनों में शोभायात्रा गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज, एटा, मैनपुरी, कन्नौज, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ और जौनपुर होते हुए 14 नवंबर को वाराणसी पहुंचेगी। जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रतिमा की स्थापना करेंगे।

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