अयोध्या: परिणय सूत्र में बंधे जोड़ों को आशीर्वाद देने आ सकते हैं सीएम योगी

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अयोध्या। राम की नगरी अयोध्या में राजकीय इंटर कॉलेज में 26 नवंबर को मंडल स्तरीय सामूहिक विवाह समारोह में 3500 से भी अधिक जोड़ों के सात फेरे लेने की संभावना है। परिणय सूत्र में बंधे जोड़ों को आशीर्वाद देने व ऐतिहासिक पल के साक्षी बनने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पधार सकते हैं। हालांकि …

अयोध्या। राम की नगरी अयोध्या में राजकीय इंटर कॉलेज में 26 नवंबर को मंडल स्तरीय सामूहिक विवाह समारोह में 3500 से भी अधिक जोड़ों के सात फेरे लेने की संभावना है। परिणय सूत्र में बंधे जोड़ों को आशीर्वाद देने व ऐतिहासिक पल के साक्षी बनने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पधार सकते हैं।

हालांकि सीएम के आगमन की अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन श्रम विभाग में चल रही तैयारियों और सुगबुगाहट ने इस बात की तस्दीक कर दी है। श्रम विभाग की ओर से श्रमिकों की बेटियों का सामूहिक विवाह शुक्रवार 26 नवंबर को सुनिश्चित किया गया है। कार्यक्रम में मंडल के अयोध्या, सुल्तानपुर अमेठी, बाराबंकी और अंबेडकरनगर के श्रमिकों की बेटियां सात जन्मों के बंधन में बंध जाएंगी। लखनऊ में हुए सामूहिक विवाह के दौरान 3500 जोड़ों की शादियां हुई थीं।

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उसके बाद सीएम योगी ने यह आदेश दिया था कि अयोध्या में भी ऐसी ही भव्य शादी होनी चाहिए। जिसमें विवाहित जोड़ों की संख्या 3500 से ऊपर होनी चाहिए। वह चाहे 3501 ही क्यों न हो। इसके बाद से श्रम विभाग वैवाहिक तैयारियों में जोर-शोर से जुट गया। वैवाहिक पंजीकरण ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों शुरू हो गए। अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक अब तक 2 हजार से ऊपर आवेदन आ चुका है। श्रम व सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य सीएम योगी से समारोह में आने का आग्रह भी कर चुके हैं।

शुभ मुहूर्त है 11 बजे का, 300 पंडित कराएंगे सामूहिक विवाह

राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में होने वाले सामूहिक विवाह को संपन्न कराने के लिए गायत्री परिवार से संपर्क साधा गया है। जिसमें 300 पंडित वर-वधू को परिणय सूत्र मे बांधने का काम करेंगे। इसके लिए 11 बजे का मुहूर्त भी निकाला गया है। लोगों को लाने के लिए ब्लॉक पर गाड़ियां भी लगाई जाएंगी।

एक कार्ड पर 10 को अनुमति, 35 हजार पहुंचेंगे लोग

वैवाहिक समारोह के तकरीबन दो हजार कार्ड छप चुके हैं। प्रत्येक कार्ड पर दस लोगों को ही अनुमति है। इसमें दो वैवाहिक जोड़े व चार वधू पक्ष की ओर से व चार वर पक्ष की ओर से लोग आ सकेंगे। समारोह में 35 हजार लोगों के जुटने की संभावना है। जिसमें वरिष्ठ अफसरों व माननीयों की भी गिनती की गई है। खाने-पीने के लिए भी 2.5 करोड़ का टेंडर पास हो चुका है।

क्या है नियम

श्रम विभाग में 100 दिन पुराने पंजीकृत श्रमिक की बेटियों व खुद श्रमिक बेटी का ही विवाह होना है। इस योजना के तहत 75 हजार रुपये दिए जाते हैं। दस हजार रुपये शादी से पूर्व पीएफएमएस के जरिए श्रमिक के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं। ताकि कपड़े व अन्य जरूरत का सामान खरीदा जा सके। शादी के एक हफ्ते बाद 65 हजार रुपये देने का भी प्रावधान है। विवाह के लिए पंजीकरण अभी चल रहा है।

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