रायबरेली: सपा और कांग्रेस की जोर आजमाइश से राजनीतिक पारा हुआ गर्म
रायबरेली। कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली में राजनीति का पारा चढ़ा हुआ है। सपा और कांग्रेस पहली बार एक दूसरे के खिलाफ रायबरेली में ताकत की जोर आजमाइश कर रहे हैं। शुक्रवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव विजय रथ लेकर पहुंचे तो रविवार को कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा महिलाओं से संवाद …
रायबरेली। कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली में राजनीति का पारा चढ़ा हुआ है। सपा और कांग्रेस पहली बार एक दूसरे के खिलाफ रायबरेली में ताकत की जोर आजमाइश कर रहे हैं।
शुक्रवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव विजय रथ लेकर पहुंचे तो रविवार को कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा महिलाओं से संवाद कर विधानसभा चुनाव की मुहिम को धार देंगी।
पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव से लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव तक में एक-दूसरे का साथ देने वाले इन दलों के नेताओं की एकता टूट चुकी है। इसका जिले की राजनीति पर क्या असर होगा, यह तो विधानसभा चुनाव का परिणाम बताएगा लेकिन एक दूसरे को टक्कर देने के लिए सपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुक्रवार सुबह लखनऊ से विजय रथ लेकर चुरुआ बार्डर पर पहुंचे थे।यहां बछरावां में जनसभा किया। हालांकि मुख्य रूप से उनके निशाने पर भाजपा रही। कांग्रेस का कोई जिक्र नहीं किया, इससे साफ है साफ्ट कार्नर कांग्रेस के लिए बना है। वहीं अखिलेश यादव का रथ ऊंचाहार और सलोन शनिवार को पहुंच रहा है।
जबकि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा 19 दिसंबर को शहर के रिफार्म क्लब में शक्ति संवाद कार्यक्रम में शामिल होंगे। वे महिलाओं, छात्राओं से यहां संवाद करेंगी। इसकी पुष्टि पार्टी प्रवक्ता विनय द्विवेदी ने की है। बताया कि कार्यक्रम की तैयारियां की जा रही हैं। इन कार्यक्रमों को लेकर उत्साहित कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हैं।
