यिमखिउंग जनजाति ने नगालैंड में शामतोर जिला बनाने के लिए आंदोलन तेज किया
कोहिमा। यिमखिउंग ट्राइबल काउंसिल (वाईटीसी) ने नगालैंड के त्युएनसांग जिले में शामतोर उप-संभाग को एक पूर्ण जिले के तौर पर विकसित करने की अपनी मांग तेज कर दी है। यिमखिउंग जनजाति के शीर्ष निकाय ने सोमवार को सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक तीन घंटे के लिए सरकारी कार्यालयों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को …
कोहिमा। यिमखिउंग ट्राइबल काउंसिल (वाईटीसी) ने नगालैंड के त्युएनसांग जिले में शामतोर उप-संभाग को एक पूर्ण जिले के तौर पर विकसित करने की अपनी मांग तेज कर दी है। यिमखिउंग जनजाति के शीर्ष निकाय ने सोमवार को सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक तीन घंटे के लिए सरकारी कार्यालयों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करके आंदोलन का पहला चरण शुरू किया।
वाईटीसी के महासचिव एस त्सुइहबा ने कहा कि शामतोर को एक जिले के रूप में विकसित के लिए किए गए आंदोलन का पहला चरण शांतिपूर्ण प्रदर्शन था। वाईटीसी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि आंदोलन का उद्देश्य राज्य सरकार द्वारा अपना पूर्ण जिला प्रशासन मुख्यालय शामतोर तक पहुंचाने में उसकी विफलता पर अपनी नाराजगी दिखाना है, जिसका कि सरकार ने आश्वासन दिया था।
त्सुइहबा ने कहा कि वाईटीसी ने विभिन्न संगठनों में सेवा दे रहे जनजाति के सदस्यों को नाराजगी के संकेत के रूप में “वापस बुला लिया।” उन्होंने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों में जनजाति के सदस्य और शामतोर-चेसोर से विधायक एस केओशू यिमचुंगर भी सरकार द्वारा मांग पूरी नहीं होने पर पांच जनवरी तक इस्तीफा दे देंगे।
त्सुइहबा ने कहा कि वाईटीसी जिले की मांग पूरी होने तक चरणबद्ध तरीके से आंदोलन जारी रखेगी। राज्य सरकार ने 18 दिसंबर को तीन नए जिलों – त्सेमिन्यु, निउलैंड और चुमुकेदिमा का गठन करते हुए भी शामतोर को जिले का दर्जा देने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमति व्यक्त की थी। हालांकि, राज्य सरकार की राय है कि शामतोर का एक पूर्ण जिले में उन्नयन तभी किया जाएगा जब क्षेत्र के दो समुदायों – यिमखिउंग और तिखिर – परस्पर समझदारी विकसित करें और एकजुट रहें।
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