नैनीताल की वादियों में बसा है हनुमानगढ़ी मंदिर, जहां नीबकरौरी महाराज ने पानी को बना दिया था घी

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

हल्द्वानी, अमृत विचार। नैनीताल की खूबसूरत वादियों के बीच और समुद्र तल से 1951 मीटर की ऊंचाई पर बसे हनुमान मंदिर को हनुमान गढ़ी के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि हनुमान जी के इस मंदिर में आने वाले हर श्रद्धालु की मनोकामना पूरी होती है। इस मंदिर का निर्माण बाबा नीब करौरी …

हल्द्वानी, अमृत विचार। नैनीताल की खूबसूरत वादियों के बीच और समुद्र तल से 1951 मीटर की ऊंचाई पर बसे हनुमान मंदिर को हनुमान गढ़ी के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि हनुमान जी के इस मंदिर में आने वाले हर श्रद्धालु की मनोकामना पूरी होती है। इस मंदिर का निर्माण बाबा नीब करौरी महाराज ने 1950 में करवाया था। इस मंदिर की पहाड़ी की दूसरी ओर शीतला माता मंदिर स्थापित है। इन दोनों मंदिरों के साथ श्रद्धालुओं की अपार आस्था जुड़ी है।

नैनीताल की खूबसूरत वादियों की बीच स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर।

जब बाबा नीबकरौरी महाराज ने पानी को बना दिया घी
शिव पुराण के अनुसार, पवनपुत्र हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है। हनुमानजी को लेकर मान्यता है कि वह एकमात्र ऐसे देवता हैं जो अमर हैं। हनुमानगढ़ी मंदिर के निर्माण को लेकर स्थानीय लोग बताते हैं कि मंदिर परिसर की जगह पर पहले एक घना जंगल था, जहां एक मिट्टी का टीला था, जिसके पास बैठकर बाबा नीबकरौरी महाराज ने पूरे एक साल तक राम नाम का जाप किया था। इस दौरान आसपास के पेड़-पौधे भी राम नाम जपने लगे। भगवान राम की अद्भुत साधना से प्रसन्न होकर बाबा नीबकरौरी ने भंडारे का आयोजन किया। इस दौरान प्रसाद बनाते समय घी कम पड़ गया तो बाबा ने पानी के एक कनस्तर को कढ़ाई में डाल दिया। इस दौरान पानी को घी बनता देख श्रद्धालु हैरान रह गए। बाबा के चमत्कार के बाद हनुमानगढ़ी को लेकर श्रद्धालुओं में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ा।

बाबा नीबकरौरी महाराज।

आकर्षण का केंद्र है अष्टधातु की बनीं मूर्तियां
हनुमानगढ़ी मंदिर में अष्टधातु की बनी भगवान राम, सीता माता, श्रीकृष्ण और बाबा नीब करौरी की मूर्तियां बरबस ही श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींच लेती हैं। यहां देवी मंदिर, शिव मंदिर और माता अंजना का मंदिर भी है। इस पावन धाम से शाम के समय पहाड़ियों में डूबते सूर्य का नजारा (सूर्यास्त) बरबस ही मन मोह लेता है।

कैसे पहुंचे हनुमानगढ़ी मंदिर
हनुमानगढी हल्द्वानी-नैनीताल रोड पर स्थित है। हल्द्वानी बस स्टेशन से 38 किमी और नैनीताल बस स्टेशन से 2 किमी दूर है। काठगोदाम रेलवे स्टेशन से 32 किमी और पंतनगर एयरपोर्ट से करीब 68 किमी दूर है। अगर आप दिल्ली या लखनऊ से हनुमान गढ़ी आना चाहते हैं तो बस अथवा ट्रेन के माध्यम से आसानी से हल्द्वानी पहुंच सकते हैं। हल्द्वानी से हनुमानगढ़ी के लिए टैक्सी और बस सेवा आसानी से उपलब्ध हो जाती है।

संबंधित समाचार