रायबरेलीः दो लाख की सुपारी लेकर दो शूटरों ने की थी बैंक अधिकारी की हत्या

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

रायबरेली। बैक आफ बड़ौदा डीह के सहायक प्रबंधक की हत्या के मामले में एसओजी और पुलिस टीम ने दो सुपारी किलरों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि हत्याकांड का मास्टरमाइंड फरार है। जिस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया है। बैंक अधिकारी की गोली मारकर हत्या जमीन की रजिस्ट्री न कराने पर पैसा मांगने …

रायबरेली। बैक आफ बड़ौदा डीह के सहायक प्रबंधक की हत्या के मामले में एसओजी और पुलिस टीम ने दो सुपारी किलरों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि हत्याकांड का मास्टरमाइंड फरार है। जिस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया है। बैंक अधिकारी की गोली मारकर हत्या जमीन की रजिस्ट्री न कराने पर पैसा मांगने पर की गई थी। वहीं शूटरों को दो लाख की सुपारी दी गई थी।

मालूम हो कि डीह के बैंक ऑफ बड़ौदा में प्रबोशन अधिकारी पद पर कार्यरत जयप्रकाश पाल (34 वर्ष) बीती 11 जनवरी मंगलवार की देर रात बैंक से डयूटी कर मिल एरिया थाना क्षेत्र के मलिकमऊ में सारस होटल के पीछे स्थित अपने किराए के आवास पहुंचे थे। पार्किंग में कार खड़ी कर वह पीछे डिक्की से लैपटॉप निकाल रहे थे। इस दौरान बदमाशों ने पीछे से आकर फायरिंग कर दी थी जैसे ही जयप्रकाश आगे बढ़े ताबड़तोड़ पांच फायर जयप्रकाश के सीने पर झोंक दिए गए थे। जिससे मौके पर ही जयप्रकाश मौत हो गई।

रात भर जयप्रकाश का शव बाहर पार्किंग में पड़ा रहा। बुधवार सुबह होने पर आसपास लोगों ने शव को देखा तो तत्काल पुलिस व जयप्रकाश के परिजनों को सूचित किया। मौके पर पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ,अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। जय प्रकाश पाल भवानीगंज सुजानपुर चकेरी कानपुर के मूल निवासी थे। वह रायबरेली में किराए पर लिए गए फ्लैट में रहते थे।

घटना के खुलासे को लेकर एसपी श्लोक कुमार ने एसओजी समेत आठ पुलिस टीमों को लगाया था। जिसके चलते पुलिस टीम ने सुपारी किलरों को शारदा नहर पुल से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम आकाश सिंह उर्फ सनी सिंह पुत्र शरद कुमार निवासी 365 सेक्टर-2 आईटीआई कालोनी, मिल एरिया व दयाराम पासी पुत्र बिंदादीन निवासी दरसवां, सलोन हैं। जबकि वारदात कराने वाले फरार मास्टरमाइंड नगीना सिंह पुत्र विजय बहादुर निवासी 128-एन सम्राट नगर रायबरेली की तलाश की जा रही है।

पूछताछ में जानकारी मिली है कि नगीना सिंह के जरिए लखनऊ में एक प्लाट की खरीद बैंक अधिकारी जय प्रकाश पाल ने की थी। 14 लाख रुपये लेने के बाद भी नहीं रजिस्ट्री नहीं हो रही थी, इस पर बैंक अधिकारी ने रुपये मांगे थे। इसे लेकर नगीना सिंह ने आकाश व दयाराम को बैंक अधिकारी की हत्या के लिए दो लाख की सुपारी दी थी। शूटरों के पास से एक पिस्टल, 2 कारतूस 7.65 बोर, 1 तमंचा 315 बोर दो बाइक बरामद की गई।

पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के अनुसार बीते 10 दिन में जनपद के कई थानों वा एसओजी की टीमों को खुलासे के लिए लगाया गया था। गुरुवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। वारदात के खुलासे को लेकर 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज तलाशे गए तब जाकर आरोपी गिरफ्तार किए गए जिनके पास से घटना में प्रयुक्त होने वाला असलहा, मोटरसाइकिल व अन्य चीजें बरामद की गई हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों पर कार्यवाही करते हुए न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जेल भेजा जा रहा है।

यह भी पढ़ें:-यूपी चुनाव 2022: सपा-आरएलडी को बड़ा झटका, ‘हैवीवेट’ प्रत्याशी ने वापस लिया अपना नामांकन

संबंधित समाचार