एटा: बड़े मियां की दरगाह पर मनाई गई हनुमान जयंती, शनि देव का मंदिर तोड़कर बना था दरगाह
एटा। जिले में शुक्रवार को दरगाह परिसर में खुदाई के दौरान मूर्तियां निकली थीं। यह मुर्ति हनुमान और शनि देव की थी। लोगों ने दोनों मूर्तियों का जलाभिषेक कर दरगाह में बने चबूतरे पर ही भक्ति भाव से स्थापित कर दिया था। मुर्ति के स्थित की जगह पर मौजुद लोग रात-भर पूजा-पाठ में लगे रहे। …
एटा। जिले में शुक्रवार को दरगाह परिसर में खुदाई के दौरान मूर्तियां निकली थीं। यह मुर्ति हनुमान और शनि देव की थी। लोगों ने दोनों मूर्तियों का जलाभिषेक कर दरगाह में बने चबूतरे पर ही भक्ति भाव से स्थापित कर दिया था। मुर्ति के स्थित की जगह पर मौजुद लोग रात-भर पूजा-पाठ में लगे रहे।
आपको बतादें कि दरगाह के पास पुलिस स्टेशन निर्माण के लिए खुदाई की जा रही है। जहां मुर्तियां निकलने पर हनुमान जयंती के मौके पर बड़े मियां की दरगाह पर पूजा-पाठ किया गया। दरगाह पर हनुमान और शनि देव की मूर्ति को स्थापित किया गया। साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया। दरगाह पर हनुमान जी के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ लगी रही। भक्तों ने जय श्री राम के नारे भी लगाए।
आपको बता दें कि दरगाह का विवाद हमेशा से बना हुआ था। दरगाह के विवाद को लेकर प्रधान, जलेसर विधायक समेत कई हिंदू संगठनों का कहना है कि यह दरगाह शनि देव जी के मंदिर को तोड़कर बनाई गई है। जानकारी के अनुसार शनिवार को पूजा पाठ के दौरान मौके पर पुलिस फोर्स भी मौजूद रही। और सुरक्षा के लिए 32 CCTV कैमरे भी मौके पर लगाए गए हैं। बैरिकेंडिंग भी की गई है।
जानकारी के मुताबिक दरगाह कमेटी पर करोड़ों के घोटाले का आरोप आपको बता दें कि बड़े मियां की दरगाह की प्रबंध कमेटी पर 99 करोड़ रुपए के घोटाले की FIR चार दिन पहले दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद उप जिला अधिकारी जलेसर को इस दरगाह का प्रशासक नियुक्त किया गया था। जिसके बाद शुक्रवार को पुलिस चौकी निर्माण के लिए खुदाई बड़े मियां की दरगाह में खुदाई की जा रही थी खुदाई के दौरान शनि देव और हनुमान जी की दो मूर्तियां निकली थीं। जिसके बाद मौके पर हजारों श्रद्धालु एकत्रित हो गए थे। उन्होंने वहीं पर हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया था।
जलेसर के विधायक संजीव दिवाकर का दावा है कि दरगाह बड़े मियां की जगह पर पहले शनि मंदिर था। जिस पर जबरन कब्जा करके दरगाह बनाई गई थी। कुछ हिंदू संगठनों ने दरगाह पर झंडा भी लहरा दिया था। जिसकी विधायक ने सीएम से शिकायत भी की थी। जिसको लेकर FIR दर्ज होने के बाद दरगाह बड़े मियां के अध्यक्ष और कमेटी के अन्य पदाधिकारी फरार हो गए थे। एटा के जलेसर के वर्तमान विधायक संजीव दिवाकर ने इस मामले में मुख्यमंत्री से मिलकर भी शिकायत की थी।
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