बरेली: गबन के मामले में ग्राम विकास अधिकारी निलंबित

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अमृत विचार, बरेली। गबन के मामले में बिथरी चैनपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत मोहनपुर में तैनात ग्राम विकास अधिकारी को सीडीओ के आदेश पर निलंबित किया गया है।ग्राम पंचायत मोहनपुर में तैनात ग्राम विकास अधिकारी आलोक यादव को विधानसभा चुनाव से पहले विकास अधिकारी चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव ने डीसी मनरेगा कार्यालय से अटैच किया था। इसकी …

अमृत विचार, बरेली। गबन के मामले में बिथरी चैनपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत मोहनपुर में तैनात ग्राम विकास अधिकारी को सीडीओ के आदेश पर निलंबित किया गया है।ग्राम पंचायत मोहनपुर में तैनात ग्राम विकास अधिकारी आलोक यादव को विधानसभा चुनाव से पहले विकास अधिकारी चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव ने डीसी मनरेगा कार्यालय से अटैच किया था। इसकी जानकारी होने पर आलोक यादव ने रातोंरात ग्राम पंचायत के खाते से 9 लाख रुपये निकाल लिए थे।

जब यह मामला डीपीआरओ धर्मेंद्र कुमार तक पहुंचा तो उन्होंने बैंक स्टेटमेंट के अलावा अन्य जरूरी दस्तावेज प्रस्तुत किए जाने के निर्देश आरोपी ग्राम विकास अधिकारी को दिए, लेकिन वह निर्धारित समय के अंदर साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सका। आदेश के बावजूद आरोपी आलोक यादव ग्राम पंचायत में ही काम करता रहा। इसके अलावा उपनिदेशक पंचायत महेंद्र सिंह व डीपीआरओ धर्मेंद्र कुमार ने निरीक्षण किया था, जिसमें उन्हें तमाम खामियां मिली थीं। गुरुवार को सीडीओ चंद्रमोहन गर्ग ने आरोपी ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया है।

राजनीति में पाया गया संलिप्त
बिथरी चैनपुर की ग्राम पंचायत मोहनपुर में तैनात आलोक यादव राजनीति में ज्यादा सक्रिय था। जिस वजह से काफी समय से वह एक ही ग्राम पंचायत में टिका हुआ था। विधानसभा चुनाव में भी अफसरों की उसकी संलिप्तता मिली। यही वजह रही कि विधानसभा चुनाव के दौरान डीसी मनरेगा कार्यालय में संबद्ध किए जाने के बावजूद वह ग्राम पंचायत में ही काम करता रहा।

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