बरेली: अवैधानिक पशु चिकित्सा में लिप्त झोलाछाप पर लगे रोक
बरेली, अमृत विचार। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान में परिसर स्थित अतिथि गृह में उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सा परिषद की 14वीं सामान्य बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष व विधायक डा. डीसी वर्मा ने की। इस दौरान संस्थान के निदेशक डा. अशोक कुमार तिवारी ने सभी का स्वागत किया। बैठक …
बरेली, अमृत विचार। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान में परिसर स्थित अतिथि गृह में उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सा परिषद की 14वीं सामान्य बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष व विधायक डा. डीसी वर्मा ने की। इस दौरान संस्थान के निदेशक डा. अशोक कुमार तिवारी ने सभी का स्वागत किया।
बैठक में अवैधानिक पशु चिकित्सा में लिप्त झोलाछाप पशु चिकित्सकों पर रोक लगाने के लिए माइनर वेटरनरी सर्विसेस को अधिसूचित करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही पशु चिकित्सा विज्ञान के स्नातक छात्रों की इंटर्नशिप भत्ते को बढ़ाकर 15 हजार रुपये प्रति माह करने व राजकीय सेवा में कार्यरत पशु चिकित्साधिकारियों को स्नातकोत्तर भत्ता एक बार फिर लागू करने का प्रस्ताव प्रेषित किए जाने के बारे में चर्चा की गई।
वहीं, प्रदेश में कार्यरत पशु चिकित्साधिकारियों को भारत सरकार में कार्यरत पशु चिकित्साधिकारियों के समान वेतनमान एवं भत्ते जैसे वेतनमान, डायनेमिक एसीपी एवं एनपीए दिये जाने संबंधी प्रस्ताव पारित कर शासन को भेजने का निर्णय लिया गया। इस दौरान परिषद के अध्यक्ष डा. डीसी वर्मा ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने व इनको मंत्री धर्मपाल सिंह, राज्यमंत्री संजीव बालियान के माध्यम से राज्य एवं केन्द्रीय स्तर पर इन सभी मुद्दों को उठाने के लिए प्रयास करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान बैठक में मथुरा वेटरनरी विश्वविद्यालय, वेटरनरी कालेज, मेरठ, पशुपालन विभाग के निदेशकों, रजिस्ट्रार उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सा परिषद के डॉ. एके श्रीवास्तव एवं परिषद समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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