हल्द्वानी: गफूर बस्ती में आग लगने से पांच दुकानें और ऑटो जले
हल्द्वानी,अमृत विचार। बनभूलपुरा में शनिवार देर रात आग लगने पांच दुकानें और एक ऑटो जलकर नष्ट हो गया। इस बीच जोरदार धमाका होने से लोगों की आंख खुली तो चीख-पुकार मच गई। सूचना पर पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश की। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद तीन …
हल्द्वानी,अमृत विचार। बनभूलपुरा में शनिवार देर रात आग लगने पांच दुकानें और एक ऑटो जलकर नष्ट हो गया। इस बीच जोरदार धमाका होने से लोगों की आंख खुली तो चीख-पुकार मच गई। सूचना पर पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश की।

करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद तीन वाटर वेंडी की मदद से आग पर काबू पाया जा सका लेकिन तब तक पांचों दुकानें और ऑटो जलकर पूरी तरह नष्ट हो चुके थे। घटना वाली जगह पर एक दुकान के पास ही ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। अंदेशा जताया जा रहा है कि ट्रांसफार्मर से निकली चिंगारी की वजह से दुकान में आग लगी होगी जो तेज हवा चलने से अन्य दुकानों और ऑटो तक पहुंच गई होगी।
हल्द्वानी-सितारगंज रोड किनारे अवैध रूप से बनी गफूर बस्ती है। यहां रेलवे क्रॉसिंग के पास लाइन से टिन शेड की कई दुकानें हैं। इसमें गफूर बस्ती निवासी कुदरत अली की टायर की दुकान और यहीं के अली हसन की फर्नीचर की दुकान, जमील अहमद की फर्नीचर की दुकान, मजीद की फर्नीचर की दुकान और जाकिर की हार्डवेयर की दुकान है।
बताया जाता है कि रोज की तरह सभी शनिवार की रात को दुकानें बंद कर घरों को चले गए थे। इन सभी में कुदरत अली की टायर की दुकान ट्रांसफार्मर के पास है और सबसे पहले इसी दुकान को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। तेज हवाओं के साथ कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और इसी बीच एक जोरदार धमाका हुआ। धमाके से गहरी नींद में सो रहे लोगों की आंख खुल गई। लोग घरों से निकलकर आए और दुकानें जलती देख उनके होश फाख्ता हो गए।
उस समय रात के करीब पौने दो बज रहे थे। आनन-फानन में लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व दमकल को दी और खुद आग बुझाने में जुट गए। लेकिन तब तक आग ने तीन दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया।
दिक्कत की बात ये थी कि हवा का रुख गफूर बस्ती की ओर था और आग तेजी से बस्ती की ओर बढ़ रही थी। इधर, सूचना मिलते ही दमकल का वाटर टेंडर मौके पर पहुंच गया और आग को काबू करने का काम शुरू किया गया। अब तक आग ने पांच दुकानों और वहां खड़े एक ऑटो को अपनी चपेट में ले लिया था। दमकल के तीन बड़े वाटर टेंडर और करीब 17 दमकल कर्मचारियों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
लेकिन तब तक लाखों का माल जल कर नष्ट हो चुका था। अग्निकांड में अली हसन की फर्नीचर की दुकान में करीब 8 लाख, जाकिर की हार्डवेयर की दुकान में करीब 3 लाख, कुदरत अली की टायर की दुकान में करीब 6 लाख, जमील अहमद की फर्नीचर की दुकान में करीब 50 हजार और माजिद की दुकान में करीब 4 लाख का पुराना फर्नीचर जलकर नष्ट हो गया। इसके अलावा वसी अहमद का ऑटो भी आग की चपेट में खाक हो गया।
