जामा मस्जिद के सामने सराफा बाजार की 40 दुकानों ने खत्म की किले की खूबसूरती

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रामपुर, अमृत विचार। रियासत की अजीमुश्शान निशानी किला अपना वजूद बचाने के लिए सिसक रहा है, लेकिन प्रशासन और शासन के जिम्मेदार आंखें बंद करके बैठे हुए हैं। जामा मस्जिद के सामने किले की दीवार की जो खूबसूरती दिखाई देती थी, ऐसा लगता था जैसे दिल्ली के लाल किले की दीवार दिख रही हो, लेकिन …

रामपुर, अमृत विचार। रियासत की अजीमुश्शान निशानी किला अपना वजूद बचाने के लिए सिसक रहा है, लेकिन प्रशासन और शासन के जिम्मेदार आंखें बंद करके बैठे हुए हैं। जामा मस्जिद के सामने किले की दीवार की जो खूबसूरती दिखाई देती थी, ऐसा लगता था जैसे दिल्ली के लाल किले की दीवार दिख रही हो, लेकिन अफसोस सराफा बाजार की 40 दुकानों ने खूबसूरती खत्म कर दी है। ऐतिहासिक इमारत पर अतिक्रमण ने ग्रहण लगा दिया है।

  • किले में हो रहे अतिक्रमण से जर्जर होती जा रही है ऐतिहासिक इमारत
  • खुफिया विभाग दफ्तर की नाक के नीचे नहीं रोक पा रहा है अतिक्रमण

किले से दूर की बात तो छोड़िए एलआईयू दफ्तर की नाक के नीचे जमीन पर कब्जा करके गैरेज बना लिया गया। इसके अलावा चंद कदम की दूरी पर गुइया तालाब की ओर खुलने वाले गेट के बाहर पुलिस के एक सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर ने जमीन पर कब्जा करके अपना मकान बना लिया है। सराफा बाजार में 40 धन्ना सेठों की दुकानें किले की दीवार को जख्मी करके बना ली गई हैं। हैरत की बात है कि जिम्मेदार किले की दास्तान नहीं सुन रहे हैं।

किले की हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही है। अतिक्रमणकारियों ने किले के भीतर और बाहर उसकी खूबसूरती में दाग लगा दिए हैं। इंडो-यूरोपियन वास्तुशिल्प की इमारतों पर हर तरफ जख्म दिए जा रहे हैं। किले के चारों ओर हुए अतिक्रमण ने उसकी खूबसूरती को दागदार बना दिया है। जगह-जगह कब्जे कर निर्माण किए जा रहे हैं। एलआईयू कार्यालय के सामने एक सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य ने जगह पर कब्जाकर कारे खड़ी करने के लिए गैरेज बना लिया है।

सूत्र बताते हैं कि सेवा निर्वत्त इंस्पेक्टर ने कुछ फूलों के पौधे लगाए और उस जगह भी कब्जा कर निर्माण करा लिया और अब उससे आगे भी पेड़-पौधे लगा दिए गए हैं। इसी प्रकार किले गेटों पर भी लोगों ने अवैध कब्जे कर लिए हैं। किले की दीवारों और इमारतों को जगह-जगह से कब्जे किए जा रहे हैं। लेकिन, प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है जबकि, किले में कई विभागों के कार्यालय हैं लेकिन, कार्यालयों के विभागाध्यक्षों द्वारा भी इमारतों की मरम्मत नहीं कराई जाती है। जिसके कारण किले की हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही है यदि तमाम विभागों द्वारा कार्यालयों की इमारतों की मरम्मत कराई जाए तो काफी हद तक किले की हालत में सुधार हो सकती है। लोगों का कहना है कि किले की इमारत को पुरातत्व विभाग को सौंपा जाए।

किले की जमीनों पर दिन दहाड़े पड़ रही डकैती
किले की जमीनों पर दिन-दहाड़े डाका पड़ रहा है, लोग अपनी मर्जी से किले में जहां-तहां कब्जे कर रहे हैं। प्रशासन की अनदेखी के चलते अतिक्रमणकारियों के हौंसले बुलंद हैं। किले के भीतर और बाहर लोग जहां-तहां खुलेआम निर्माण करा रहे हैं। किला स्थित रजा लाइब्रेरी केंद्र सरकार के अधीन है जबकि, बाकी हिस्सा राज्य सरकार के अधीन है। सरकारी इमारतें जर्जर हालत में हैं इमारतों की दशकों से रंगाई पुताई और मरम्मत नहीं कराई गई। राष्ट्रीय धरोहर जगह-जगह सेंधमारी हो रही है और जिम्मेदार कार्रवाई करने से बच रहे हैं। जबकि, किले की खूबसूरती को उसके चारों ओर हो रहा अतिक्रमण दागदार बना रहा है।

किले की इंडो-यूरोपियन शैली की बनावट अपनी ओर आकर्षित करती है। इनको देखने के लिए देश-दुनिया से लोग आते हैं इसलिए किले का शानदार तरीके से रख-रखाव होना चाहिए प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।-राजेंद्र प्रसाद लोधी, अधिवक्ता

किले को अतिक्रमण मुक्त होना चाहिए ताकि, किले की खूबसूरती देखने आने वालों को अच्छी लगे। किले की पश्चिमी गेट से सराफा बाजार की ओर किले की दीवार के नीचे नगर पालिका परिषद द्वारा बनवाई गई दुकानों को ध्वस्त कराया जाए।-जितेंद्र प्रधान, अधिवक्ता

रजा लाइब्रेरी से देश-दुनिया में भारत की पहचान है रजा लाइब्रेरी में दुनिया भर से लोग ज्ञान अर्जित करने के लिए आते हैं। गंदगी देखकर वह क्या सोचकर अपने देश लौटते होंगे। किले के भीतर से तमाम गंदगी दूर होना चाहिए।-जाहिद अली, अधिवक्ता

किले में कई सरकारी विभागों के कार्यालय हैं। सरकारी कार्यालयों को उपयोग तो किया जा रहा है लेकिन, कभी किसी अधिकारी ने इमारतों पर रंग-रौगन नहीं कराया है। इमारतें दरकती जा रही हैं छतों पर ऊंचे-ऊंचे पेड़ खड़े हैं उन्हें कटवाया नहीं जा रहा है।-विनीत कुमार, अधिवक्ता

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