बरेली: बिजली कटौती में खेल, अधिकारी 24 घंटे आपूर्ति देने की रिपोर्ट शासन को भेज रहे

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अमृत विचार, बरेली। भीषण गर्मी में जिला मुख्यालय पर 24 तो तहसीलों में 19 घंटे से अधिक बिजली सप्लाई दी जा रही है। चौंकिए मत, यह हम नहीं बल्कि शासन को भेजे गए बिजली विभाग की रिपोर्ट कह रही है। हर रोज हो रही घंटों कटौती का शासन को भेजी जा रही रिपोर्ट में कोई …

अमृत विचार, बरेली। भीषण गर्मी में जिला मुख्यालय पर 24 तो तहसीलों में 19 घंटे से अधिक बिजली सप्लाई दी जा रही है। चौंकिए मत, यह हम नहीं बल्कि शासन को भेजे गए बिजली विभाग की रिपोर्ट कह रही है। हर रोज हो रही घंटों कटौती का शासन को भेजी जा रही रिपोर्ट में कोई जिक्र नहीं किया जा रहा है। फाल्ट या शटडाउन लेने के बाद होने वाली कटौती को रोस्टर में शामिल नहीं किया जा रहा है।

शहर से लेकर देहात तक के लोग बिजली कटौती का संकट झेल रहे हैं, लेकिन विभाग जो शासन को रिपोर्ट भेज रहा है, उसमें पूरे 24 घंटे सप्लाई का दावा किया जा रहा है। शासन को भेजी जाने वाली रिपोर्ट में पावर कट कभी 20 तो कभी 30 मिनट दिखा रहे हैं। जबकि ग्रामीण इलाकों में प्रतिदिन 20 घंटे बत्ती देने की बात कही जा रही है, लेकिन हकीकत कोई उनसे पूछे जो रात दिन बिजली का इंतजार करते रहते हैं। ग्रामीण इलाकों का तो बुरा हाल है।

बढ़ते बिजली संकट से लोगों में आक्रोश पनप रहा है। बिजली कंट्रोल रूम में रखे सप्लाई रजिस्टर को देखेंगे तो पता चलेगा कि पिछले पांच दिन में महानगर में मामूली बिजली कटौती हुई है।जबकि पिछले कई दिनों से महानगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में हद से ज्यादा कटौती की गई है। फाल्ट के नाम पर बत्ती गुल हो रही है तो कभी बिजली घरों की मरम्मत के नाम पर।

कभी ओवरलोड ट्रांसफार्मर को बचाने के लिए पावर कट कर दिया जाता है, लेकिन इन बिंदुओं को कहीं दर्ज नहीं किया जा रहा है। ऐसे में अधिकारी रिपोर्ट भेजकर शासन को भी गुमराह कर रहे हैं। वहीं, रोस्टर में बुधवार को तहसील स्तर पर 19 घंटे से अधिक सप्लाई देने का दावा किया गया है, मगर हकीकत इससे जुदा है। बहेड़ी, मीरगंज, फरीदपुर, नवाबगंज व आंवला में 10 से 15 घंटे सप्लाई दी गई।

नकटिया में भूमिगत केबिल कट जाने से 13 घंटे बिजली गुल
शहर में हर रोज हो रही बिजली कटौती से उपभोक्ता परेशान हैं। नकटिया में गुरुवार सुबह छह से 10 बजे तक पेड़ों की छटाई के लिए शटडाउन लिया गया, मगर सुबह करीब चार बजे बिजली का फाल्ट हो जाने की वजह से बिजली गुल हो गई। उपभोक्ता समझ रहे थे कि शटडाउन होने की वजह से बिजली की सप्लाई बंद है। लेकिन जब बाद में अधिकारियों को कॉल करके पूछा तो पता लगा कि भूमिगत केबिल में फाल्ट की वजह से बिजली गुल हो गई है। उपभोक्ता पूरे दिन बिजली संकट से जूझते रहे।

कोहाड़ापीर में ब्रेकडाउन से दो घंटे ठप रही बिजली
शहर के सबसे पॉश इलाके में शामिल कोहाड़ापीर सब स्टेशन में बुधवार को ब्रेक डाउन होने से करीब 2 घंटे तक बिजली सप्लाई बंद रही। गर्मी से उपभोक्ता बेहाल रहे। किला क्षेत्र में ट्रांसफार्मर में काम होने के कारण एक घंटे बिजली कटौती की गई। वहीं, शहर के पुराना शहर, महानगर, आजमनगर, बाकरगंज, सुभाषनगर हरुनगला और सनसिटी विस्तार समेत अन्य जगह पर भी कटौती की गई।

अशोक कुमार चौरसिया, अधीक्षण अभियंता-
शासन की मंशा के अनुरूप बिजली दी जा रही है। फाल्ट की वजह से अगर किसी क्षेत्र में बिजली की सप्लाई बाधित होती है तो उसे रोस्टर में दर्ज नहीं किया जाता है। इसकी वजह यह है कि संबंधित फीडर पर सप्लाई सुचारू रहती है, मगर जहां फाल्ट होता है उस क्षेत्र की सप्लाई बंद कर दी जाती है।

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