मुरादाबाद : दबंगों के दुस्साहस से फिर थर्राए बसावनपुर गांव के लोग

मुरादाबाद : दबंगों के दुस्साहस से फिर थर्राए बसावनपुर गांव के लोग

भोजपुर (मुरादाबाद), अमृत विचार।  भोजपुर थाना क्षेत्र का बसावनपुर गांव ईद-उल-अजहा के दिन दबंगों के दुस्साहस का फिर गवाह बना। गोलियों की तड़तड़ाहट ने ग्रामीणों को जहां घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया तो दूसरी तरफ वर्तमान प्रधान की पूर्व की करतूतें गांव की फिंजा में दोबारा जिंदा हो गईं। दबंगई, अफरातफरी व ऊहापोह …

भोजपुर (मुरादाबाद), अमृत विचार।  भोजपुर थाना क्षेत्र का बसावनपुर गांव ईद-उल-अजहा के दिन दबंगों के दुस्साहस का फिर गवाह बना। गोलियों की तड़तड़ाहट ने ग्रामीणों को जहां घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया तो दूसरी तरफ वर्तमान प्रधान की पूर्व की करतूतें गांव की फिंजा में दोबारा जिंदा हो गईं। दबंगई, अफरातफरी व ऊहापोह के उपजे हालात को संभालने में पुलिस को घंटों पसीने बहाने पड़े। ग्रामीणों को ढांढस बधाना पड़ा कि कानून का राज पूरे गांव में कायम है। तब जाकर ग्रामीणों ने जुबान खोला। बहरहाल, गांव का मंजर देर रात तक खौफनाक रहा।

बसावनपुर गांव की आबादी एक हजार है। ग्राम प्रधान पति मो. रिजवान युवावस्था में राजनीति में कूदा। अपने रसूख व बाहुबल के बूते वह 20 वर्षों से गांव का प्रधान चुना जा रहा है। गांव के तत्कालीन प्रधान डॉ.आफताब अहमद के साथ रहकर प्रधान ने राजनीति की। फिर सत्ता के गलियारे तक में प्रधान पति ने पैठ बना ली। नामी-गिरामी नेताओं का वह करीबी हो गया। मारपीट व दबंगई के कारण प्रधान पति का काकश पूरे गांव में है। जनता दरबार लगाकर वह लड़ाई-झगड़े की पंचायतें खुद निपटा देता है।

अपने गुरु से ही कर दी थी बगावत
राजनीतिक प्रतिद्वंद्वता के कारण उसने अपने गुरु से ही बगावत कर दी। मतदान के दिन दोनों पक्षों में जमकर मारपीट व पथराव हुआ। पुलिस ने दोनों पक्षों पर केस दर्ज किया। मो. रिजवान की पत्नी फिर भारी मतों से अहमदपुर आनंदपुर गांव का युवा प्रधान चुनी गईं। चुनाव जीतने के बाद पूर्व प्रधान की दबंगई में इजाफा हुआ। पुलिस से बचने के लिए पूर्व प्रधान ने एक भाजपा विधायक की शरण ली। विधायक की सरपरस्ती उसके दबदबे में वृद्धि का सबब बन गई। पूर्व प्रधान डिलारी ब्लॉक प्रमुख योगेंद्र सिंह उर्फ भूरा का दाहिना हाथ बन गया। वह एक किसान से बैल लूटने व हत्या करने के अलावा चर्चित रिंकू पाल हत्याकांड में ब्लॉक प्रमुख के साथ सह अभियुक्त बना। जानलेवा हमले, हत्या, लूट, मारपीट के दर्जन से अधिक मुकदमे पूर्व प्रधान पर दर्ज हैं। वह जेल की हवा भी खा चुका है। रंजिश बढ़ने और मुकदमों की लंबी फेहरिस्त के कारण दूसरे चुनाव में पत्नी जुल खातून को उसने मैदान में उतार दिया। एक बार वह खुद व तीन बार पत्नी जुल खातून गांव की प्रधान चुनी जा चुकी है। वर्तमान में भी उसकी पत्नी प्रधान है।

ग्राम प्रधान के चुनाव में दिखी थी दबंगई
पिछले प्रधानी के चुनाव में मो. रिजवान के सामने प्रधानी का चुनाव लड़ने की हिम्मत कोई नहीं जुटा सका। विरोधियों ने एकराय होकर मस्जिद के इमाम कारी गुलाम मोहम्मद की पत्नी शबीला बेगम को प्रधानी के लिए खड़ा कर दिया। चुनाव में जुल खातून प्रधान चुनी गईं। चुनाव के कुछ दिनों बाद भी गांव में जमकर मारपीट पथराव एवं फायरिंग हुई। रंजिश के चलते रविवार को पूर्व प्रधान ने विरोधियों को पीटा एवं तमंचों से ताबड़तोड़ फायरिंग कर वृद्ध सहित छह युवकों को घायल कर दिया। प्रधानी का चुनाव लड़ी शबीला बेगम के देवर आरिफ के पेट में प्रधान मो. रिजवान ने गोली मार दी।

ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : चुनावी रंजिश में ग्राम प्रधान ने चाचा-भतीजे को मारी गोली, हालत गंभीर

ताजा समाचार

कासगंज: झोलाछापों की लापरवाही से चली गई जान, ग्रामीणों ने किया हंगामा
म्यांमार का रखाइन राज्य निकट भविष्य में कर सकता है भयंकर अकाल का सामना : संयुक्त राष्ट्र
Kanpur: कारोबार के खुलेंगे नए द्वार, निर्यातक तैयार, ऑस्ट्रेलिया और केन्या जाएंगे उद्यमी, शहर से निर्यात 20 फीसदी बढ़ाने का लक्ष्य
Lucknow News : दो मिनट में तुम्हारी प्रधानी निकाल भेज दूंगा जेल...
कानपुर में चार दिन का महापर्व छठ का हुआ समापन: घाटों पर व्रती महिलाओं ने अर्घ्य देकर सुख समृद्धि की कामना, देखें- PHOTOS
डीएलएड के प्रशिक्षु कराएंगे निपुण भारत की परीक्षा, फरवरी में होगा मूल्यांकन