लखनऊ : एक रक्तदान से कई बीमारियां होती हैं स्क्रीन आउट
लखनऊ, अमृत विचार। रक्तदान से न सिर्फ दूसरों की जिंदगियां बचती हैं, बल्कि खुद का शरीर स्वस्थ होता है, चेहरे पर चमक आती है। इतना ही नहीं यदि किसी को कोई रोग है और उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है,तो उसका भी पता समय रहते पता चल सकता है। यह कहना है सिविल अस्पताल …
लखनऊ, अमृत विचार। रक्तदान से न सिर्फ दूसरों की जिंदगियां बचती हैं, बल्कि खुद का शरीर स्वस्थ होता है, चेहरे पर चमक आती है। इतना ही नहीं यदि किसी को कोई रोग है और उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है,तो उसका भी पता समय रहते पता चल सकता है। यह कहना है सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक की इंचार्ज डॉ.रूपा पाण्डेय का ।
उन्होंने बताया कि 30 से 32 साल का उनका अपना अनुभव है कि आज तक रक्तदान से किसी का नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि कई अध्ययनों से पता चला है कि रक्तदान करने के बाद 24 घंटे में शरीर दोबारा से रक्त की रिकवरी शुरू कर देती है और तीन महीने बाद एक बार फिर हम रक्तदान करने के लिए तैयार हो जाते हैं। इसलिए रक्तदान करने से कोई दिक्कत नहीं आती है। इसके अलावा रक्तदान करने से गंभीर बीमारियों का पता चलता है।
रक्तदान के समय एचआईबी, मलेरिया व बीडीआरएल समेत कई अन्य प्रकार की जांच होती है। इस दौरान यदि किसी को कोई बीमारी हो गई और उस बीमारी के बारे में पता नहीं है, विशेषकर एचआईवी व हेपेटाइटिस जैसे रोग का पता यदि विंडो पीरियड में चल जाये तो इसे दूसरो में फैलने से रोका जा सकता है। वहीं रक्तदान करने से बोनमेरो एक्टीवेट होता है,शरीर में रक्त बनने की रफ्तार बेहतर होती है।
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