सीएम योगी का मंदिर बनाकर कब्जा की गई कृषि विवि की जमीन को खाली नहीं करा रहा तहसील प्रशासन

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अयोध्या। जिले के कल्याण भदरसा गांव में कृषि विश्वविद्यालय की जमीन पर योगी का मंदिर बनाकर किए गए अवैध कब्जे को तहसील प्रशासन हटा नहीं रहा है। कृषि विश्वविद्यालय के संपत्ति अधिकारी ने एसडीएम सोहावल को जमीन अवैध कब्जे से मुक्त कराने को 27 सितंबर को ही पत्र लिखा था, लेकिन उस पर अब तक कोई …

अयोध्या। जिले के कल्याण भदरसा गांव में कृषि विश्वविद्यालय की जमीन पर योगी का मंदिर बनाकर किए गए अवैध कब्जे को तहसील प्रशासन हटा नहीं रहा है। कृषि विश्वविद्यालय के संपत्ति अधिकारी ने एसडीएम सोहावल को जमीन अवैध कब्जे से मुक्त कराने को 27 सितंबर को ही पत्र लिखा था, लेकिन उस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब फिर विश्वविद्यालय के संपत्ति अधिकारी ने एसडीएम को पत्र लिखकर एक सप्ताह के अंदर जमीन पर कब्जा दिलाने का अनुरोध किया है। चेतावनी दी है कि यदि ऐसा न हुआ तो जिलाधिकारी व शासन को लिखा जाएगा।

मालूम हो कि कल्याण भदरसा गांव में तहसील प्रशासन द्वारा की गई प्राथमिक नापजोख में यह बात सामने आई कि वहां कृषि विवि की भूमि पर योगी का मंदिर अवैध ढंग से बना दिया गया है। उसी नापजोख वाले दिन ही मंदिर से योगी की मूर्ति रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के सम्पत्ति अधिकारी डॉ. सीताराम मिश्रा ने शुक्रवार को बताया कि प्रकरण सामने आने के बाद 27 सितम्बर को ही सोहावल तहसील के एसडीएम को पत्र भेज दिया गया था। अभी तक तहसील प्रशासन की ओर से कल्याण भदरसा गांव में पाई गई विश्विद्यालय की भूमि का चिह्नांकन नहीं कराया गया है। इसे गंभीरता से लेते हुए पुन: पत्र भेजा जा रहा है। यदि एक सप्ताह में भूमि का चिह्नांकन करा विश्विद्यालय को कब्जा नहीं दिलाया गया तो शासन और डीएम को लिखा जायेगा। उन्होंने बताया कि कल्याण भदरसा गांव में विश्विद्यालय की भूमि पर काफी संख्या में लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है जिसमें से एक संबधित मंदिर वाली भूमि भी शामिल है।

योगी की मूर्ति गायब होने का अलग रहस्य
बीते 25 सितंबर को तहसील प्रशासन ने अवैध कब्जे की शिकायत पर जांच और नापजोख करने पहुंचा तो उसी दिन मंदिर निर्माणकर्ता प्रभाकर मौर्य गायब हो गए। पुलिस उन्हें ढूंढ़ती रही। भारी बारिश के बीच रहस्यमय ढंग से मंदिर से योगी की मूर्ति गायब हो गई। पुलिस को आशंका है कि मूर्ति और चांदी का छत्र मंदिर निर्माणकर्ता प्रभाकर मौर्य गायब किए हैं। वहीं प्रभाकर मौर्य कहना है कि मूर्ति उनके चाचा शिकायतकर्ता स्वामी नाथ मौर्य ने गायब किया है। खास बात यह भी है कि जिस दिन मूर्ति गायब हुई उस दिन गांव के कुछ लोग व मौके पर गए राजस्व कर्मियों का कहना था कि मूर्ति पुलिस ले गई। फिलहाल मूर्ति का रहस्य अभी बरकरार है। वहीं यह पूरा मामला प्रशासन की हीलाहवाली से तमाशा बन गया है।

क्या है मामला
बता दें कि कल्याण भदरसा गांव में प्रभाकर मौर्य नामक व्यक्ति ने योगी मंदिर बना कर उसमें योगी की मूर्ति रख कर पूजा शुरू कर दी थी। चाचा द्वारा की गई शिकायत पर प्रारम्भिक पैमाइश में भूमि कृषि विश्वविद्यालय की पाई गई थी। जिसे लेकर सोहावल तहसील प्रशासन लचर रुख अख्तियार कर रखा है। पैमाइश को लेकर 12 दिनों से हीलाहवाली कर रहा है। जबकि एसडीएम ने 24 सितम्बर को दिए आदेश में ही एक सप्ताह में पैमाइश करा कार्रवाई की बात कही थी। इसके बाद भी अभी तक ढीला रवैया अपनाए हुए हैं। एसडीएम मनोज कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि तहसील प्रशासन कोई लापरवाही नहीं कर रहा है। प्रधानमंत्री सम्मान निधि सत्यापन की व्यस्तता के कारण पैमाइश में विलम्ब हुआ है।

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