शाहजहांपुर: निगम के पहले वार्ड रोजा का ही हाल बेहाल, नाले में बजबजा रही गंदगी, पल रहे मच्छर
अमृत विचार, रोजा। शाहजहांपुर में अमृत विचार अखबार का सही चुनाव बड़ा बदलाव कार्यक्रम का आगाज हो गया। पहला कार्यक्रम नगर निगम के वार्ड एक रोजा से शुरू किया गया। अमृत विचार की टीम ने रोजा के पंचायत घर में लोगों के साथ संवाद कर उनकी समस्याएं जानीं।
अधिकांश एक स्वर में बोले रोजा कस्बे को जब नगर पंचायत का दर्जा था, तब यहां नगर पंचायत कार्यालय हुआ करता था। कोई भी समस्या होने पर आसानी से उसका समाधान हो जाता था, लेकिन जब से नगर निगम में शामिल हुआ है, तब से अनदेखी की जा रही है, जिसकी वजह से रोजा का हाल-बेहाल होता जा रहा है।
यहां न तो ठीक से सफाई होती है और न ही लार्वा व अन्य दवाओं का छिड़काव होता है। सफाई के आभाव में नालियां बजबाती हैं, जिसमें मच्छर का कुनबा बड़ता जा रहा है। लोगों ने कहा कि रोजा भले ही नगर निगम का पहला वार्ड है, लेकिन अनदेखी भी यहां पहले नंबर पर होती है।
कहा कि डेंगू समेत अन्य संक्रमण बीमारियों का खतरा बढ़ा हुआ है, उसके बाद भी यहां न तो ठीक से सफाई होती है और न ही दवा का छिड़काव किया जाता है। कस्बे में सड़कों का हाल भी बेहाल हो चुका है। पाइप लाइन पिछाने के नाम पर ठेकेदार सड़कों को खोदकर डाल दी, जिससे समस्या और विकराल हो गई। रोजावासियों ने मांग की है कि रोजा में एक जिम्मेदार अफसर को बिठाया जाए, जो नियमित यहां की व्यवस्थाएं देखे और लोगों की समस्या सुने।
चर्च के सामने कच्चे नाले में बजबजाती गंदगी और पलते मच्छर
वार्ड संख्या एक में स्थित चर्च के सामने जब अमृत विचार की टीम पहुंची तो कच्चा नाला चोक मिला, जिसमें पानी भरा है और काई जमा है। मच्छर पनप रहे हैं और कीचड़ बजबजाता नजर आया। पास ही झाड़-झंखाड़ और कूड़े का ढेर है। इससे मच्छर पनपते हैं। डेंगू और मलेरिया के प्रकोप बाद भी लोग नाले में मच्छर पनपने से लोग संक्रामक रोगों की आशंका से भयभीत हैं।
हर चुनाव में मुद्दा बनता है रेलवे द्वारा बंद रास्ता
चर्च कॉलोनी के लिए रेलवे कॉलोनी के रास्ते से होकर जाना पड़ता था, जो रोजा अड्डा से थाने होते हुए कॉलोनी के अन्दर से जाता था, लेकिन रेल प्रशासन मुख्य मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया है, जिसके चलते कॉलोनी वासियों का आवागमन बंद हो गया है। हर चुनाव में कॉलोनीवासी रोड नहीं तो वोट नहीं का मुद्दा बनाते हैं। विधानसभा चुनाव में भी बैनर लगाकर वार्डवासी बैठ गए थे। तब सड़क निर्माण कराने का खोखला वादा कर वोट भी डलवा लिए गए, जिसकी कसक लोगों के जेहन में दिखी।
