पीलीभीत: दरोगा ने दो लाख लेकर घटना दबाई, पिटाई से घायल महिला ने जान गंवाई

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Published By Vikas Babu
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पीलीभीत, अमृत विचार। जमीन के विवाद में हुई मारपीट से घायल महिला की सात दिन बाद इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। परिवार वालों ने बिलसंडा थाने के एक दरोगा पर दो लाख रुपये लेकर मामले को एनसीआर दर्ज कर टालने का गंभीर आरोप लगाया है। उधर, महिला की मौत की खबर मिलते ही बिलसंडा पुलिस ने एक बार फिर खुद की गर्दन फंसते ही बचाव के लिए आनन-फानन में एनसीआर में धाराएं बढ़ाकर एफआईआर तरमीम करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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घटना बिलसंडा क्षेत्र के ग्राम महोलिया की है। यहां के रहने वाले शिव कुमार का गांव के ही भगवानदास से जमीन का पुराना विवाद चल रहा है। दोनों पक्षों के बीच जमीन विवाद की रंजिश थी। इसी विवाद को लेकर 10 नवंबर को दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हो गया था। आरोप था कि उस वक्त शिव कुमार की पत्नी कमला देवी गर्भवती थी। आरोपी भगवान दास, सुशील समेत तीन लोगों ने घर पर हमला बोल दिया। लाठी डंडे और बांके से पिटाई की गई।

जिसमें गर्भवती भी घायल हो गई थी। इसकी शिकायत थाना बिलसंडा पर जाकर की गई। पुलिस ने अन्य घटनाओं की भांति इस मामले में भी सामान्य एनसीआर दर्ज की और भूल गई। अभी तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। इधर, महिला की लगातार तबीयत बिगड़ती चली गई।

उसे इलाज के लिए जिला मुख्यालय पर सरकारी अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां गुरुवार देर रात इलाज के दौरान कमला देवी की मौत हो गई। परिवार के सदस्यों का आरोप था कि पुलिस ने दूसरे पक्ष से साठगांठ कर ली। एक दरोगा ने बचाने के लिए हमलावरों से दो लाख रुपये ऐंठ लिए। जिसके चलते परिवार को लगातार चक्कर लगवाए जा रहे थे।

नतीजतन एक तरफ कार्रवाई नहीं हो सकी और दूसरी तरफ महिला ने अपनी जान गंवा दी। शुक्रवार को महिल की मौत का पता लगते ही पुलिस को खुद की गर्दन फंसती दिखाई दी। जिसके बाद आनन-फानन में पहले से दर्ज एनसीआर को धाराएं बढ़ाकर एफआईआर में तरमीम करने का प्रयास शुरू कर दिया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

कुछ लोग कर रहे भड़काने का प्रयास: एसओ
घटना के बाद महिला का मेडिकल परीक्षण कराया गया तो कोई गंभीर चोट नहीं थी। एक बच्चे को भी जन्म दिया और महिला वापस घर आकर रहने लगी थी। दोबारा तबियत बिगड़ने पर अस्पताल में मौत हुई है। शव पोस्टमार्टम को भेज आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। रुपये लेनेदेन के आरोप गलत हैं---अचल कुमार, एसओ।

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