Kanpur में शिक्षा मंत्री Gulab Devi बोलीं- शिक्षक आपस में कटुता न रखें, समन्वय से नई शिक्षा नीति होगी बेहतर

Amrit Vichar Network
Published By Kanpur Digital
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नई शिक्षा नीति में शिक्षक एवं प्रबंधतंत्र की भूमिका पर मर्चेंट चैंबर सभागार में शिक्षक संगोष्ठी आयोजित की गई। इसदौरान शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा, आपसी समन्वय से ही नई शिक्षा नीति को सफल बना सकते हैं।

कानपुर, अमृत विचार। शिक्षा विभाग में कई मामले कोर्ट में हैं, हम किसी अधिकारी को फोन करते हैं तो जवाब आता है मैडम अभी कोर्ट में हैं। माना शिक्षकों की कई परेशानियां हैं लेकिन आप लोग कोर्ट न जाएं। विभाग में एक दूसरे से कटुता रखेंगे तो अपने काम में सफल नहीं हो सकते। आपसी समन्वय से ही नई शिक्षा नीति को सफल बना सकते हैं। यह बातें, शनिवार को शहर आईं शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने एक शिक्षक संगोष्ठी में कहीं।

भाजपा की ओर से नई शिक्षा नीति में शिक्षक एवं प्रबंधतंत्र की भूमिका पर कार्यक्रम मर्चेंट चैंबर सभागार में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि यह शिक्षा नहीं धर्म संगोष्ठी है। पहले हम विदेशी शिक्षा नीति के गुलाम थे। जिसमें हमारी मानसिकता गुलाम हो गई। हम बड़े अधिकारी तो बने पर संस्कृति, सभ्यता को छोड़ते गए। 2020 से पहले जो शिक्षा नीति थी उसमें रूढ़िवादिता थी। कहा कि बच्चा दूर रहकर पैसा तो मां-बाप को भेजता था लेकिन कभी फोन कर हाल चाल नहीं लेता था। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी और सीएम योगी ने शिक्षा नीति में बदलाव किए। ध्यान दिया गया कि बच्चे के व्यक्तित्व में भी विकास हो। छात्रों में विषय पढ़ने की बाध्यता न हो। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधार पर पढ़ाई के साथ ही बच्चे का कौशल विकास भी हो। पोर्टल के माध्यम से बच्चों को पढ़ने की सभी सामग्री दे रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम शिक्षकों की समस्याओं को जानते हैं उनको दूर करने की भी कोशिश कर रहे हैं।

खस्ताहाल भवनों का करेंगे निर्माण

शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा में जो भी समस्याएं हैं उन्हें बताएं। हम नीतियों को लागू कर रहे हैं। जीर्णक्षीण भवनों को ठीक करेंगे। शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए जरूरी संसाधनों को भी दे रहे हैं। जिससे बच्चे का कौशल विकास हो सके।

 नई शिक्षा नीति पर इन्होंने भी रखे विचार

कानपुर-उन्नाव खंड निर्वाचन संयोजक डॉ. अनिल मिश्रा ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में हम आगे बढ़ रहे हैं। विधायक नीलिमा कटियार ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई है। नई शिक्षा नीति व्यवस्थित रोडमैप है। वैश्विक त्रासदी के समय हम यह सोच लाये, जो शिक्षा पद्धति को आगे बढ़ाने का काम करेगी। विधायक सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि नौजवान पीढ़ी पहले भ्रमित रहता था, जिसको दूर करने के लिए नई शिक्षा नीति लाई गई। प्रजातंत्र और शिक्षातंत्र दोनों को स्वस्थ्य रहना चाहिए। हमें, नई शिक्षा नीति के गुणों को लोगों तक पहुंचाना है। गुरू का स्थान हमेशा ऊपर रहता है। स्किल ट्रेनिंग को आगे बढ़ाने का काम करना है। अरुण पाठक ने कहा कि शिक्षा नीति में तीसरा संशोधन हुआ है। 1986 की शिक्षा नीति में पहले तीन वर्ष के बच्चे को भी भारी बस्ता लाद दिया जाता था। अगर हम अपनी मातृभाषा में शिक्षा ग्रहण करेंगे तो यह जल्द समझ आती है। अरुण पाठक ने इस्राइल की मातृभाषा और वहां की शिक्षा का उदाहरण दिया। कहा कि इससे विषय पर विद्यार्थियों की पकड़ मजबूत हो रही है। इसदौरान उन्होंने कानपुर और उन्नाव विधान परिषद की शिक्षक और स्नातक की सीट के लिए भाजपा के लिए वोट भी मांगे।

 महापौर ने मंच से ली चुटकी

महापौर प्रमिला पांडेय ने मंच से नई शिक्षा नीति की तारीफ की। कहा कि कई लोग चुनाव आते हैं तब सक्रिय होते हैं। कहा कि कुछ महीने बाद शिक्षक एमएलसी का चुनाव हैं। जिसमें अरुण पाठक को टिकट मिलना तय है। चुटकी लेते हुए कहा कि, हमारा तो आरक्षण पर निर्भर है पार्टी अगर विश्वास करेगी तो फिर से लड़ेंगे।

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