बरेली: मटर की खेती की ओर बढ़ा किसानों का रुझान, मिल रहा 80-90 प्रतिशत अनुदान
जिला उद्यान अधिकारी के अनुसार जिले में किसानों को मटर की खेती के लिए किया जा रहा जागरूक
बरेली, अमृत विचार। कम पानी में तैयार होने वाली मटर की खेती की ओर किसानों का रुझान बढ़ने लगा है। उद्यान विभाग की ओर से सिंचाई के अत्याधुनिक मशीनों की खरीद पर 80-90 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है। इसके लिए विभाग में किसानों को आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराकर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। जिले में अक्टूबर-नवंबर में मटर की खेती के लिए बुवाई की जाती है। जिसकी अगैती फसल जनवरी-फरवरी में काटने के लिए तैयार होती है। किसानों को निर्धारित सरकारी शुल्क पर बीज भी उपलब्ध कराया जाता है।
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7000 टन होती है मटर की खपत
जिले में लगभग 7000 टन मटर की खपत होती है। जिला उद्यान अधिकारी के अनुसार जिले में 700 हेक्टेयर में मटर की खेती किसानों की ओर से की जाती है। जिसमें लगभग 10 टन प्रति हेक्टेयर का उत्पादन होता है। पूरे जिले में करीब 200 से अधिक किसान मटर की खेती करते हैं। बहेड़ी सर्वाधिक मटर की खेती होती है। वहीं, यहां से दिल्ली व रुद्रपुर में भी मटर की सप्लाई की जाती है। वहीं, विभाग की ओर से इस वर्ष 90 रुपये किलो मटर के बीज बिक्री किए गए। एक हेक्टेयर में लगभग 60-80 किलो बीज आवश्यक होते हैं।
आर्किल किस्म की मटर की होती है खेती
विभागीय अधिकारियों के अनुसार मटर दो प्रकार की होती है। जिसमें एक दाने वाली व दूसरी सब्जी वाली। जिले में सब्जी वाली मटर की आर्किल किस्म का उत्पादन किया जाता है। किसानों के अनुसार ये मटर सामान्य मटर से स्वाद में बेहतर व मात्रा भी अधिक होती है। वहीं, इस किस्म की मटर को कम पानी ही दिया जाता है। अधिक पानी देने से इसकी जड़ों में मौजूद राइजोबियम जीवाणु इसकी फली को सूखा देता है।
अक्टूबर में बुवाई फसल की सिंचाई के लिए मिनी स्प्रिंकलर, रेनगन के लिए 80-90 प्रतिशत तक अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। सिंचाई की इन अत्याधुनिक मशीनों की कीमत लगभग 1 लाख 47 हजार है। जिसमें विभाग की ओर से आवश्यक मानकों के अनुरूप होने पर करीब 1 लाख 7 हजार रुपये में उपलब्ध कराया जाता है। इसमें एससी महिला व लघु सीमांत किसानों को 90 प्रतिशत व अन्य सामान्य किसानों को 80 प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है।
विभाग की ओर से लगातार किसानों को मटर की खेती के लिए जागरूक किया जा रहा है। वहीं, जिले में प्राकृतिक खेती से किसानों की ओर से मटर की खेती की भी जा रही है। जिले से लगभग 7000 टन मटर का उत्पादन किया जा रहा है। जनवरी-फरवरी में फसल की कटाई शुरु होगी-पुनीत पाठक, जिला उद्यान अधिकारी।
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