केजीएमयू भारत भर के डॉक्टरों को बीमारियों के सबूत तैयार करने में करेगा मदद

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Published By Deepak Mishra
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अमृत विचार, लखनऊ। राजधानी के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय भारत भर के डॉक्टरों को बीमारियों के सबूत तैयार करने में मदद करेगा। केजीएमयू कुलपति जनरल विपिन पुरी ने आयोजित कार्यशाला में दी। उन्होंने बताया की केजीएमयू एक आधिकारिक प्रशिक्षण केंद्र है जो डॉक्टरों को विशेषज्ञों, रोगियों और देखभाल करने वालों से मिले इनपुट के साथ साक्ष्य तैयार करने के लिए दस्तावेज तैयार करने का प्रशिक्षण देता है। यह कोक्रेन के सहयोग से किया जाता है जो यूनाइटेड किंगडम में स्थित है और दुनिया भर में शीर्ष श्रेणी के चिकित्सा संस्थानों में इसके केंद्र हैं।

कुलपति ने बताया की कोक्रेन द्वारा उत्पन्न साक्ष्य का उपयोग विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा जनता के लाभ के लिए बीमारी, टीकों आदि के लिए दिशानिर्देश तैयार करने के लिए किया जाता है। केजीएमयू के कुलपति ने कहा केजीएमयू हमारे देश की आवश्यकता के अनुसार कई बीमारियों के लिए साक्ष्य प्रदान करने के लिए नीति आयोग और अन्य जैसे नीति निर्माताओं को समर्थन देने और मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहेगा।  

उन्होंने बताया की 12 चिकित्सा संस्थानों से लगभग 160 प्रतिभागियों ने कार्यशाला में भाग लिया। प्रो. बालेंद्र प्रताप सिंह, प्रो. हरदीप सिंह मल्होत्रा, डॉ. डी. हिमांशु रेड्डी, प्रो. आरडी सिंह, प्रो. राजीव कुमार सिंह, केजीएमयू से डॉ. राहुल कुमार और आईसीएमआर से डॉ. अंजू सिन्हा को प्रशिक्षण दिया गया। भविष्य में केजीएमयू अगले साल कोक्रेन इंडिया नेटवर्क की उन्नत कार्यशाला और राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करेगा जहां विभिन्न क्षेत्रों के सभी विशेषज्ञ भाग लेंगे।

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