सुल्तानपुर: भ्रष्टाचार के दोषी लेखाधिकारी पर गिरी विभागीय गाज, बीएसए कार्यालय से किए गए कार्यमुक्त
शासन ने लिया प्रकरण का संज्ञान, होगी कार्रवाई
सुल्तानपुर, अमृत विचार। ब्लाक संसाधन केंद्रों पर क्वालिटी कोआर्डिनेटर पद की भर्ती के सौदागर समग्र शिक्षा के वित्त एवं लेखाधिकारी रामयश यादव पर विभागीय गाज गिरी है। भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज होने के बाद उन्हें बीएसए कार्यालय से कार्यमुक्त कर दिया गया। बीएसए दीपिका चतुर्वेदी ने बताया कि मामले का संज्ञान शासन ने लिया है। अब आगे की कार्रवाई शासन स्तर से की जाएगी।
बीते 16 नवंबर को जिले के 14 ब्लाक व एक नगर संसाधन केंद्रों पर क्वालिटी कोआर्डिनेटर के लिए साक्षात्कार बुलाया गया था। साक्षात्कार के लिए सीडीओ अंकुर कौशिक और बीएसए दीपिका चतुर्वेदी समेत चार सदस्यीय कमेटी ने अभिलेखों की जांच में समग्र शिक्षा अभियान के सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी रामयश यादव भी शामिल थे। इस भर्ती प्रक्रिया में 256 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। पर, 209 अभ्यर्थियों का आवेदन निरस्त कर दिया गया था। साक्षात्कार के लिए कुल 47 अभ्यर्थी बुलाए गए थे। जिसमें 37 अभ्यर्थी ही शामिल हुए। आरोप है कि एएओ ने अभ्यर्थियों को फोन करके बुलाया और नियुक्ति दिलाने के बदले करीब 70 हजार रुपये की मांग की। जिस अभ्यर्थी से पैसा मांगा गया था उसने सीडीओ अंकुर के वाट्सएप पर लिखित शिकायत की थी। इसके बाद प्रशासन की ओर से कराई गई जांच में शिकायत सही पाई गई।
कोतवाली नगर में एएओ समेत तीन पर केस दर्ज
खंड शिक्षाधिकारी दूबेपुर बलदेव प्रसाद यादव की तहरीर पर कोतवाली नगर में वित्त एवं लेखाधिकारी रामयश यादव, सहायक लेखाकार विनोद यादव व एक अन्य पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम मे तहत मुकदमा दर्ज किया गया हैं। अन्य में लेखाधिकारी का ड्राइवर अंकित यादव बताया जा रहा है। मामले की जांच सीओ सिटी को मिली है।
लेखाकार खुद थे अभ्यर्थी
एएओ के सहायक लेखाकार विनोद कुमार खुद अभ्यर्थी थे। बीएसए दीपिका चतुर्वेदी ने बताया कि साक्षात्कार के बाद फाइल एएओ के पास लेखाकार के जरिए भेजी गई थी। वहीं से गड़बड़ी हो गई। साक्षात्कार सीडीओ के नेतृत्व में गठित कमेटी ने पूरी पारदर्शिता के साथ की है। बीएसए ने कहा कि वैकेंसी रद्द नहीं की जाएगी। अभी अंतिम चयन सूची जारी नहीं की गई है।
बीएसए बोलीं
शासन के आदेश पर एएओ रामयश यादव को विभाग से कार्यमुक्त किया जा रहा है। सहकारी समितियों एवं पंचायतें विभाग से वे तीन साल पहले सितंबर में समग्र शिक्षा से संबद्ध किए गए थे। शासन ने पूरे प्रकरण को सज्ञान में लिया है। आगे की कार्रवाई शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद व शासन स्तर की जाएगी।
दीपिका चतुर्वेदी, बीएसए सुलतानपुर
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