लखनऊ : बिजली उभोक्ताओं को 3.27 करोड़ रुपये होंगे वापस

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Published By Vinay Shukla
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नियामक आयोग के समक्ष बरेली जोन के मुख्य अभियंता ने नहीं पेश की रिपोर्ट

अखंड प्रकाश शुक्ल, लखनऊ। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के अभियंताओं ने उपभोक्ताओं से नया कनेक्शन देने के नाम पर गलत स्टीमेट बनाकर 3 करोड़ 27 लाख 48 हजार की अधिक वसूली की, सबसे ज्यादा वसूली देवीपाटन और लखनऊ जोन में हुई है।

इसमें डबल जीएसटी भी शामिल है। निगम के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खगारौत के आदेश के अनुसार, अब ये रकम केंद्रीय भुगतान प्रकोष्ठ से वापस होगी। वहीं, बरेली जोन के मुख्य अभियंता ने नियामक आयोग के समक्ष अभी तक रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की है।

आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा 2 करोड़ 14 लाख 41 हजार की वसूली देवीपाटन जोन, उसके बाद लखनऊ जोन में 49 लाख 40 हजार, लेसा ट्रांस गोमती में 37 लाख 44 हजार, लेसा सिस गोमती में 4 लाख 41 हजार और अयोध्या जोन में 22 लाख 18 हजार की वसूली की गई।

विद्युत नियामक आयोग के आदेश के बाद दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम ने रकम वापसी शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो सभी मुख्य अभियंताओं को केंद्रीय भुगतान प्रकोष्ठ से रकम वापस करने का निर्देश दिया गया है। इसमें लखनऊ, उन्नाव, सीतापुर, लखीमपुर, बाराबंकी, अयोध्या, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, गोंडा, सुल्तानपुर और अमेठी के उपभोक्ता शामिल हैं।

 

बरेली जोन के अभियंता ने नहीं पेश की रिपोर्ट

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के बरेली जोन ने शाहजहांपुर, बरेली, बदायूं और पीलीभीत के अभियंताओं ने अभी तक नियामक आयोग के समक्ष सही रिपोर्ट नहीं पेश की, जिससे यहां के सही आंकड़े की गणना नहीं हो सकी है।

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खगारौत के मुताबिक, सभी जोन के मुख्य अभियंताओं से केंद्रीय भुगतान प्रकोष्ठ से गलत एस्टीमेट और डबल जीएसटी के नाम पर वसूली गई रकम के वापसी का निर्देश दिया गया है। जल्द ही सभी उपभोक्ताओं की रकम वापस होगी।

 

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