Hello Amrit Vichar में नेत्र रोग सर्जन ने लोगों के सवालों के दिए जवाब, बोलीं- पलकों के डैंडरफ से आंखों में होते दाने
कानपुर में नेत्र रोग सर्जन ने लोगों के सवालों के दिए जवाब।
कानपुर में हैलो अमृत विचार कार्यक्रम में नेत्र रोग सर्जन नेहा सक्सेना ने लोगों के सवालों के जवाब दिए है। उन्होंने कहा कि पलकों के डैंडरफ से आंखों में दाने होते है। साथ ही कहा कि आज फोन की वजह से 2-90 साल तक के लोगों को चश्मा लगने लगा है।
कानपुर, अमृत विचार। पलको में होने वाले डैंडरफ (ब्लेफेराइटिस) से दाने, सूजन और खुजली होती है। यह आमतौर पर गंभीर नहीं होती। साफ पानी से आंख धोने और डॉक्टर सुझाव पर ड्राप्स डालने से यह समस्या ठीक हो जाती है। फोन की वजह से आज आंखों के साथ ही मानसिक बीमारियां भी बढ़ गई हैं। जितना हो सके फोन से दूरी बनाकर रखें। यह सलाह शुक्रवार को हैलो अमृत विचार में वरिष्ठ नेत्र रोग सर्जन नेहा सक्सेना ने मरीजों को दी।
- पढ़ाई करते समय आंखों से पानी आता है, और दूर का दिखाई नहीं पड़ता, सिर दर्द करने लगता हैं।- रश्मि गौतम, बेनाझाबर
- लगातार पढ़ना हो तो 20 सेकेंड का ब्रेक लेना है। आंखों को झपकाना चाहिए। मांसपेशियां थकने से आंखे दर्द करती हैं। अभी आपकी उम्र कम है, ख्याल रखें और चश्मे की जांच करा लें।
- माता जी की आंखों से लगातार पानी गिरता है, धुंधला दिखता है। एक आंख का मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ था।- अमित, कानपुर देहात
- जिस आंख से धुंधला दिखता है उसकी जांच करना पड़ेगा। मोतियाबिंद भी हो सकता है। उम्र के साथ भी आंखों की रोशनी में फर्क पड़ता है। एक बार जांच करा लें तो स्थिति साफ हो जाएगी।
- माता जी 60 साल कि हैं वह जब सुबह उठती हैं तो उनकी आंखे लाल हो जाती है। चेहरा धुल लेती हैं तो सही हो जाता है।- जितेंद्र कुमार, बबेरू
- माता जी की आंखे सोते समय खुली तो नहीं रहती यह जांच लें। आंखे सूखने चलते ही यह कारण बनते हैं। सोते समय जब पलके पूरी तरह से बंद नहीं होती तभी इस तरह की समस्या होती है।
- बाइक चलाते समय आंखों में पानी आता है, हवा लगते ही दिक्कत शुरू हो जाती है।- कुलदीप सिंह, फतेहपुर
- बाइक चलाते समय आंखों को प्रोटेक्ट जरूर करें, एलर्जी की वजह से भी कई बार पानी निकलना लगता है। प्रदूषण की वजह से भी आंखों का सूखापन बढ़ाता है।
- आखों में जलन बहुत रहता है, पास की नजर कमजोर है, सूजन भी रहती है।- विनीता श्रीवास्तव, दामोदर नगर
- 40 साल के बाद आंखों की रोशनी कम होने लगती है। चश्मे के नंबर की जांच करा लें। सूजन है तो अपना एक बार थॉयराइड भी जांच करा लें।
- मुझे आंख से कम दिखता है, रात में नींद भी ठीक से नहीं आती है।- मधु गौतम, स्वरूप नगर
- चश्मे का नंबर चेक कराएं, आपकी उम्र बहुत कम है अगर नंबर ठीक है तो एक बार आंखों की पूरी जांच करा ले हो सकता है दूसरी दिक्कत हो।
- आंखों में खुजली होती है, और एक आंख से धूमिल दिखता है। शुगर का भी पेसेंट हूं- रामनरेश, फतेहपुर
- डायबिटीज की वजह से आंखों में सूखापन हो जाता है। कुछ दवाओं के उपयोग से हम यह समस्या दूर कर सकते हैं, किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ को दिखा लें।
- मेरे चश्में का नंबर माइनस तीन है। लगातार नंबर घट रहा है। चश्मा हटा दो तो बहुत आंखे दर्द करती हैं।- राम प्रकाश शास्त्री, भूसाटोली, कानपुर
- आपका नंबर बहुत ज्यादा है, दिखा लें की कहीं नंबर और तो नहीं बढ़ गया। बिना चश्मे के के पढ़ने की कोशिश न करें और दर्द बढ़ेगा। दवा से यह ठीक नहीं होगा। हर साल चश्मे का नंबर जरूर दिखा लिया करें।
- पास का धुंधला दिखता है। आंखों में पानी आता है। फोन देखो तो ज्यादा दिक्कत होती है।- सुनील कुमार, बारादेवी, कानपुर
- पहले अगर आपने चश्मा लगाकर छोड़ दिया है तो नंबर चेक करा लें, उम्र के साथ आंखों की रोशनी में कमी आती है। फोन देखना कम कर दें, रात में लेटते समय तो बिलकुल प्रयास न करें।
- मुझे डॉयबटीज है मेरी एक आंख में मोतियाबिंद है, क्या ऐसे में ऑपरेशन करा सकते हैं।- हर्षित, हर्षनगर
- डॉयबटीज कंट्रोल कर ऑपरेशन हो सकता है। इतना बड़ा ऑपरेशन नहीं होता है। दिक्कत नहीं होगी।
- आंखों में फुंसी और दाने अक्सर निकल आते हैं। जिससे खुजली होती है।- रोहित, ककवन
- पलको में होने वाले डैंडरफ की वजह से भी आंखों में दाने निकल आते हैं। इसी की वजह से खुजली व सूजन भी रहती है। अगर आपके बाल में भी डैंडरफ है तो दिक्कत ज्यादा होती है। ऐसे में साफ पानी से ही आंखे धुलें, पानी के प्रदूषण से भी इस तरह की समस्या हो जाती है।
- आंखों में मोतियाबिंद का ऑपरेशन हो चुका है। बीपी की भी समस्या है, आंखों में धुधला दिखता है, खून उतर आया था।- जानकी देवी पांडेय श्याम नगर, कानपुर
- बीपी के कारण खून की नशे फट सकती हैं, अगर खून पर्दे पर आ जाए तो इसको दिखाना जरूरी होता है। डॉक्टर को जरूर दिखा लें, नहीं तो समस्या और बढ़ सकती है।
इन्होंने ने भी किया फोन
आशीष कुमार सिविल लाइंस, रामकुमार चौबे अकबरपुर, सर्वेश कुमार मिश्रा आजाद नगर, ओम प्रकाश गुप्ता उन्नाव सफीपुर, राजेश्वर कुमार फतेहपुर, समृद्धि चित्रकूट, नितेश सिंह कानपुर
