अयोध्या: जेएनयू प्रकरण पर भड़के ब्राह्मण व हिंदूवादी संगठन, निकाला विरोध मार्च
प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन, जेएनयू का नाम दामोदर सावरकर करने की मांग
अमृत विचार, अयोध्या। दिल्ली स्थित जेएनयू की दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी वक्तव्य लिखे जाने की घटना पर हिंदूवादी व ब्राह्मणवादी संगठनों ने विरोध प्रकट करते हुए गुलाबबाड़ी से लेकर सिविल लाइन स्थित गांधी उद्यान तक विरोध मार्च निकाला। जहां प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से भेजा गया।
विरोध मार्च सिविल लाइन स्थित गांधी उद्यान में पहुंचकर जनसभा में बदल गया। शिवसेना के उप प्रमुख संतोष दुबे ने कहा कि शिक्षा के मंदिर में ब्राह्मण व हिंदू विरोधी तत्वों का होना राष्ट्र की अस्मिता के साथ खिलवाड़ है। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडेय ने कहा कि जेएनयू को केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप में मिल रही सब्सिडी को तत्काल समाप्त करते हुए जेएनयू का नाम बदलकर वीर विनायक दामोदर सावरकर के नाम पर रखा जाना चाहिए।
कार्यक्रम के संयोजक एवं ब्राह्मण समाज परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम सुमन तिवारी गुलशन ने भी जेएनयू में व्याप्त राष्ट्र विरोधी विचारधारा व तत्वों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने की बात कही। सभा को मित्र मंच के अध्यक्ष शरद पाठक बाबा, कांग्रेस नेता सुनील पाठक व समाजसेवी अर्चना तिवारी ने भी संबोधित किया। धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से शिशिर दुबे, समाजसेवी काजल पाठक, आलोक पाठक, अंतरिक्ष तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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