हरदोई: प्रयागराज में किए गए सवालों ने बढ़ाई शिक्षा विभाग में हलचल, जानिए क्या है मामला
लोकायुक्त की जांच पर बीएसए दफ्तर में अटकलों का दौर जारी
हरदोई, अमृत विचार। यहां से प्रयागराज की दूरी 299 किलोमीटर है, लेकिन वहां पर क्या हुआ ? बीएसए दफ्तर में इसी पर सारे दिन कसरत होती रही। लोकायुक्त से की गई भ्रष्टाचार की शिकायत पर तत्कालीन बीएसए वीपी सिंह के अलावा 8 सीईओ,लेखा के वरिष्ठ सहायक,एसएसए के एई,बीएसए के वरिष्ठ सहायक और डीसी बालिका शिक्षा को सवाल-जवाब के लिए गुरुवार को प्रयागराज बुलाया गया था। उधर क्या हुआ ? बीएसए दफ्तर में एक-दूसरे से इसी पर सारे दिन कानाफूसी होती रही। दफ्तर से जुड़ा हर एक शख्स चाहें वह अंदर का हो या बाहर का, इसी उधेड़बुन में लगा रहा कि वहां क्या सवाल किया गया और उसका क्या जवाब दिया गया।
बताते चलें कि शहर के अतुल कुमार सिंह ने तत्कालीन बीएसए वीपी सिंह,लेखा के वरिष्ठ सहायक हरिपाल,बीईओ सुरसा छोटेलाल,बीईओ शाहाबाद अनिल झा,बीईओ टोडरपुर शालिनी गुप्ता,बीईओ अहिरोरी उदयभान यादव,बीईओ कोथावां अजीत प्रताप सिंह,बीईओ कछौना शशांक सिंह,बीईओ बेहंदर पवन सिंह,बीईओ भरावन आरके द्विवेदी,एसएसए के एई ब्रजभूषण मिश्र, बीएसए दफ्तर के वरिष्ठ सहायक अनुपम मिश्रा, और डीसी बालिका शिक्षा राकेश शुक्ला की भ्रष्टाचार करने की शिकायत लोकायुक्त से की है। इसी शिकायत के चलते इन सभी को उनके बयान लेने और सबूतों की पड़ताल करने के लिए प्रयागराज बुलाया गया था। जहां गुरुवार को उन सभी को बारी-बारी बुला कर सवाल-जवाब किए गए।
उप शिक्षा निदेशक (विज्ञान) दिनेश सिंह ने शिक्षा निदेशक की चिट्ठी शि.नि.(बे.) विधि-1/47 891-93/2022-23 दिनांक 01 दिसंबर 2022 के हवाले से अपने पत्र संख्या 938-54 में कहा है कि भ्रष्टाचार के मामले में सख्त हुए लोकायुक्त ने 4 जनवरी 2023 को रिपोर्ट तलब की है। प्रयागराज में गुरुवार को क्या हुआ? इसकी हलचल यहां बीएसए दफ्तर में देखने को मिली। आखिर किससे किस तरह के सवाल किए गए होंगे ? इसी को लेकर सारे दिन दफ्तर में बेचैनी रही। फिलहाल कुछ भी हो लोकायुक्त के यहां की जा रही भ्रष्टाचार की शिकायत की जांच की आंच से बीएसए दफ्तर पूरी तरह से तपने लगा है।
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