हिमाचल में हर हाथ काम योजना से कैदी पाल रहे हैं परिवार, कैदियों को रोजगार देकर बना रहे आत्मनिर्भर

Amrit Vichar Network
Published By Ashpreet
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के आदर्श केंद्रीय कारागार नाहन न केवल देश भर से आने वाले सजायाफ्ता कैदियों को रोजगार देकर आत्मनिर्भर बना रही है। साथ ही उनके भविष्य को बेहतर बनाने में भी अहम भूमिका निभा रही है।

हर हाथ काम योजना के तहत जेलों में बंद कैदियों को उनकी रूचि के अनुसार काम सिखाया जा रहा है। आदर्श केंद्रीय कारागार नाहन के अधीक्षक सुशील कुमार ठाकुर ने मीडिया को बताया कि जेल में बंद कैदियों का भविष्य सुधारने को लेकर कई अहम कदम उठाए गए।

यहां पर अपनी सजा काट रहे कैदी जेल के अंदर व बाहर काम कर अपनी आर्थिकी को मजबूत बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि जेल में बेकरी, कैंटीन, सिलाई, स्पाइस यूनिट, सैलून आदि के नए कार्य आरम्भ किए गए हैं।

वहीं दूसरी ओर पूर्व में शुरू किए गए कार्य जैसे कारपेंटरी, डेयरी फार्मिंग व खड्डी शाखा के कार्यों में बढ़ोतरी की है। उन्होंने बताया कि आदर्श कारागार नाहन में बेकरी के उत्पादों की गुणवत्ता के चलते शहर भर में भारी डिमांड रहती है।

जेल के भीतर डेयरी फार्म विस्थापित किया गया है जिसमें विदेशी नस्ल की गायों का बेहतरीन तरीके से पालन किया जा रहा हैं। यहां पर कैदियों द्वारा किसानों व बागवानो के कार्य भी किए जाते है।

सब्जियों व फलों को उगाकर कैदी शहर भर में बेचते हैं। उन्होंने बताया कि कैदियों का मेहनताना दिए जाने के बाद वर्ष में 15 लाख तक के करीब मुनाफा होता है। जिससे कैदियों को सुविधाएं दी जा रही हैं।

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