रायबरेली: लकड़ी तोड़ने गई दिव्यांग किशोरी को दो युवकों ने बनाया हवस का शिकार, ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा
अमृत विचार , बछरावां (रायबरेली)। जंगल में लकड़ी तोड़ने गई एक दिव्यांग किशोरी दो युवकों की हवस का शिकार बन गई है। घटना के समय जंगल पहुंची किशोरी की मां के शोर करने पर एकत्र हुए ग्रामीणों ने कामान्ध युवकों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया है। पुलिस ने मामले में मुकदमा पंजीकृत करके दोनों युवकों को गिरफ्तार किया है।
मामला कोतवाली क्षेत्र के ग्राम थुलेंडी का है। गांव की रहने वाली एक दिव्यांग किशोरी गांव के पास के जंगल से लकड़ियां काटने गयी थी । जहां पर पहले से मौजूद गांव के दो युवकों ने दिव्यांग को पकड़ लिया। जन्म से गूंगी किशोरी दोनों युवकों के चंगुल में फंसी तड़पती रही और अपने बचाव के लिए युवकों से मिन्नतें भी करती रही। किंतु युवकों ने उसे नहीं छोड़ा और बारी-बारी उसके साथ दुष्कर्म किया।
पीड़िता की माँ ने बताया कि उसकी लड़की गाँव मे स्थित जूनियर हाई स्कूल की कक्षा 7 की छात्रा है । मेरी लड़की जन्म से गूंगी है। बुधवार दोपहर वह अपने स्कूल के पास पड़ने वाले जंगल से लकड़ियां काटने गयी थी । तीन बजे तक जब वह वापस नही आयीं, किशोरी की मां उसको खोजते हुए स्कूल के पास तक पहुँची।
जंगल की तरफ आगे बढ़ने पर उसे गांव के दो युवक किशोरी का मुंह दबाए दुष्कर्म कर रहे थे। जिसे देखकर महिला ने शोर करना शुरू कर दिया। महिला की चीख पुकार सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए । और ग्रामीणों ने दोनों युवकों को दबोच लिया।
सूचना पर पहुंची डायल 112 पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए युवकों की पहचान रिज़वान पुत्र सलीम निवासी थुलेंडी एवं सोनू के रूप में हुयी है , सोनू अपने मामा अख़्तर निवासी थुलेंडी के यहाँ आया था । कोतवाल नारायण कुशवाहा ने बताया कि महिला की तहरीर पर दोनों युवकों के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
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