आईपीएल का साथ छोड़ सकती है चीनी मोबाइल कंपनी वीवो
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव का असर अब खेलों पर दिखाई देने लगा है और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टाइटल प्रायोजक चीन की मोबाइल कंपनी वीवो भारत में उठे थे विरोध स्वर के बाद आईपीएल का साथ छोड़ सकती है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल के 13 …
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव का असर अब खेलों पर दिखाई देने लगा है और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टाइटल प्रायोजक चीन की मोबाइल कंपनी वीवो भारत में उठे थे विरोध स्वर के बाद आईपीएल का साथ छोड़ सकती है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल के 13 वें संस्करण को 19 सितम्बर से 10 नवम्बर तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कराने की घोषणा की है।
आईपीएल की संचालन परिषद ने गत रविवार को यह घोषणा करने के साथ बताया था कि वीवो सहित उसके सभी प्रायोजकों को बरकरार रखा गया है लेकिन इसके बाद देश में विरोध के स्वर उठे कि कैसे बीसीसीआई एक चीनी कंपनी को आईपीएल का टाइटल प्रायोजक बनाये रख सकती है। बीसीसीआई ने अभी तक आधिकारिक रूप से कोई घोषणा नहीं की है लेकिन मीडिया में यह खबरें सुर्खियां बनी हुई हैं कि वीवो का आईपीएल के साथ नाता टूट गया है।
यह भी कहा जा रहा है कि यह साथ फिलहाल इस साल के लिए टूटा है। वीवो का बीसीसीआई के साथ 2018 में पांच साल के लिए 2199 करोड़ रुपये का करार हुआ था जो 2023 में समाप्त होना है। यदि करार इस साल के लिए टूटता है तो वीवो अगले साल टाइटल प्रयोजन के लिए लौट सकती है। इस साल करार टूटने की स्थिति में बीसीसीआई के आईपीएल-13 के लिए नया टाइटल प्रायोजक ढूंढना होगा।
