पीलीभीत: नेत्र सहायक हत्याकांड का खुलासा, मेरी बेटी पर रखते थे बुरी नजर इसलिए कर दी हत्या

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Published By Vishal Singh
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हजारा पुलिस के हत्थे चढ़ा हत्यारोपी रसोइया, सुनाई जुर्म की दास्तां

हजारा/पीलीभीत, अमृत विचार। देहरादून के नेत्र सहायक की हत्या की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई। जिसके बाद शुरुआती छानबीन के बाद जताई गई अवैध संबंध से जुड़ी आशंका कहीं न कहीं सही निकली। बेटे की ओर से पुलिस ने मृतक का खाना बनाने वाले रसोइया के खिलाफ हत्या की नामजद रिपोर्ट दर्ज की और उसे हिरासत में भी ले लिया।

शुरुआती पूछताछ में बेटी पर बुरी नियत रखने के चलते नेत्र सहायक की हत्या की बात भी आरोपी ने कबूल कर ली। फिलहाल, पुलिस की टीम गहनता से छानबीन में जुटी है। मंगलवार को घटना का अधिकारिक के स्तर से खुलासा किया जा सकता है।

घटना हजारा क्षेत्र के ग्राम रामनगर की है। यहां के निवासी 50 वर्षीय सूर्य प्रकाश यादव उत्तराखंड के देहरादून में बतौर नेत्र सहायक नौकरी करते थे। परिवार के साथ वहीं पर रहते थे। रामनगर में उनका मकान और जमीन है। 23 दिसंबर को वह मकान की ऊपरी मंजिल का निर्माण कराने के लिए पैतृक गांव रामनगर आ गए थे। इसके बाद से यही पर थे।

तीन जनवरी को उनका मोबाइल खो गया। उसके बाद जब संपर्क टूटा तो परिवार वाले पीछे से रामनगर आ गए थे। फिर शनिवार को उनका शव अपने ही मकान में लहूलुहान हालत में मिला। कमरा बाहर से बंद था। रविवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया।

उसके बाद बेटे देहरादून (उत्तराखंड) के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के गणपति इन्क्लेव मिट्टी बेहरी के निवासी सुशांत कुमार की ओर से खाना बनाने वाले रसोइया के खिलाफ हत्या की नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली। पुलिस ने आरोपी को क्षेत्र से ही पकड़ लिया। हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो हत्या की वजह सुनकर हर कोई दंग रह गया। हत्यारोपी ने बताय कि मृतक उसकी पुत्री पर बुरी नजर रहती थी।

इसी के चलते उसने साजिश के तहत हत्या कर दी। फिर शव कमरे में ही बंद कर दिया था। इतना ही नहीं कई दिनों से हत्या करने की योजना आरोपी बना चुका था। सिर्फ मौका मिलने का इंतजार कर रहा था।  हालांकि पुलिस अभी इस मामले में खुलकर नहीं बोल रही है। हत्यारोपी की धरपकड़ से लेकर खुलासे तक की अधिकारिक पुष्टि मंगलवार को किए जाने की तैयारी की गई है।

कई दिन पहले बना लिया था हत्या का मन
इस मामले में एक बात और सामने आई है। बताते हैं कि यह सब अचानक नहीं हुआ है। बेटी पर बुरी नियत रखने की भनक हत्यारोपी को कई दिन पहले हो गई थी। उसी वक्त नेत्र सहायक की हत्या करने की ठान ली थी। उसके बाद से वह नेत्र सहायक की वापसी और मौका मिलने की फिराक में था। इसी प्लानिंग के तहत निर्मम हत्या कर दी। फिलहाल, पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि आखिर हत्याकांड अकेले किया गया या फिर कोई और भी साथ था।

देहरादून के नेत्र सहायक की हत्या के मामले में अधिकारिक घोषणा मंगलवार को की जाएगी। अभी मामले में जांच की जा रही है- मनोज मिश्रा, थाना इंचार्ज, हजारा।

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