हल्द्वानी: मां के कातिल बेटे की फेफड़ा फटने से मौत  

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Published By Babita Patwal
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हल्द्वानी, अमृत विचार। तीन साल पहले मां का सिर काट डालने वाले बेटे की यहां दर्दनाक मौत हो गई। सितारगंज जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हत्याभियुक्त का फेफड़ा फट गया। उसे एसटीएच लाया गया और फौरन ऑपरेशन शुरू किया गया। लेकिन खून का रिसाव बंद नहीं हुआ और हत्यारे बेटे की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। 

अक्टूबर 2019 में उदयपुर रैक्वाल गौलापार निवासी डिगर सिंह कोरंगा पुत्र सोबन सिंह कोरंगा ने अपनी 60 वर्षीय मां जैमती देवी की दराती से गर्दन काट कर हत्या कर दी थी। कोर्ट से इस मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।

5 जून 2022 को डिगर को सितारगंज की खुली जेल भेज दिया गया। बीते मंगलवार को अचानक डिगर की हालत बिगड़ गई और उसके गुदा द्वार से खून निकलने लगा। आनन-फानन में जेल प्रशासन ने डिगर को एसटीएच पहुंचाया। जहां टीबी की वजह से उसका फेफड़ा फटने की पुष्टि हुई। एसटीएच के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. विवेकानंद सत्यवली ने बताया कि कैदी को सांस में लेने में तकलीफ हो रही थी। उसे नली डाली गई और ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

मौत की खबर पर पुलिस मौके पर पहुंची और बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव डिगर के पिता सोबन सिंह के सुपुर्द कर दिया गया। बता दें कि हत्या के मामले में सोबन ने ही बेटे के खिलाफ केस दर्ज कराया था।  

गौलापार में तीन साल पहले काट डाली थी मां की गर्दन
मां की हत्या की ये वारदात वर्ष 2019 अक्टूबर की है। उदयपुर रैक्वाल गौलापार निवासी डिगर सिंह कोरंगा और उसकी 60 वर्षीय मां जैमती देवी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। उस वक्त सोबन सिंह खेत में काम कर रहे थे और झगड़े के बाद जैमती भी दराती लेकर खेत की ओर जा रही थी। तभी डिगर ने मां को पकड़  लिया और उसी की दराती से मां जैमती पर कई वार कर सिर धड़ से अलग कर दिया। डिगर को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था। इस दौरान डिगर ने पुलिस और एक अन्य युवक पर भी कुल्हाड़ी से हमला किया था। 

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