यूपी में 12 लाख बच्चों का होगा टीकाकरण

यूपी में 12 लाख बच्चों का होगा टीकाकरण

अमृत विचार, लखनऊ । स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार की तरफ से किये गये कार्यों का परिणाम है कि प्रदेश में  राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस-4 ) के सापेक्ष एनएफएचएस 5 में पूर्ण प्रतिरक्षण की दर 51 प्रतिशत से बढ़कर करीब 69 प्रतिशत तक पहुंच गई है। यह कहना है उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का । वह गुरुवार को गोमती नगर स्थित एक निजी होटल में टीकाकरण पखवाड़ा को लेकर आयोजित राज्य मीडिया कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। विशेष टीकाककरण पखवाड़ा एवं खसरा रूबेला उन्मूलन के लिए राज्य मीडिया कार्यशाला का आयोजन उत्तर प्रदेश के स्वास्थ एवं परिवार कल्याण विभाग और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि एक राष्ट्रीय सर्वे में पाया गया कि शहरी क्षेत्र में पूर्ण प्रतिरक्षण के विकास कि दर ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा कम है। इसलिए शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए और अधिक प्रयासों की जरूरत है। शहरी क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों में सप्ताह के सातों दिन टीकाकरण होगा। केवल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सोमवार को छोड़ बाकी दिनों में टीकाकरण जारी रहेगा।  
 

खसरा उन्मूलन के लक्ष्य को गति देने के लिए उत्तर प्रदेश में विशेष टीकाकरण पखवाड़ों का आयोजन जनवरी, फरवरी एवं मार्च  में किया जाएगा। इसके साथ ही, प्रदेश के सभी शहरी क्षेत्रों में प्रतिदिन नियमित टीकाकरण सत्रों का आयोजन भी किया जाएगा।
  
कार्यक्रम में खसरा और रूबेला उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने कहा कि दिसम्बर 2022 में प्रदेश के समस्त जनपदों के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सभी 0-5 वर्ष के बच्चों को सूचीबद्ध कर उनकी टीकाकरण स्थिति की जानकारी की गई। इस सर्वे में 0-5 वर्ष की आयु के 2.5 करोड़ बच्चे पाये गए। सर्वे में पाया गया कि इनमें से लगभग 5 लाख से अधिक बच्चों ने अपनी पेंटा-1 की खुराक और 7 लाख से अधिक बच्चों ने खसरा रूबेला (MR)टीके की दूसरी खुराक नहीं ली है। इन छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण कराने के उद्देश्य से टीकाकरण पखवाड़ों का आयोजन किया जा रहा है।  

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